संधोल को मिले एसडीएम दफ्तर

(दिनेश नेगी, संधोल, मंडी)

देश में शायद ही ऐसी कोई तहसील हो, जहां एसडीएम दफ्तर न हो, लेकिन संधोल तहसील के हिस्से यह दुर्भाग्य आया है। वर्ष 1977 में तहसील बनने के बाद आज तक किसी सरकार ने संधोल में एसडीएम कार्यालय खोलने की जहमत नहीं उठाई। प्रदेश में घोषणाओं का जो दौर शुरू हुआ है, उसमें कोई भरोसा नहीं कि कब कहां कोई नई तहसील या उपतहसील खुल जाए, लेकिन लंबा अरसा पहले अस्तित्व में आई संधोल तहसील को आज तक एक एसडीएम दफ्तर तक नहीं मिल पाया है। उल्लेखनीय है कि संधोल तहसील मंडी जिला की सबसे पुरानी तहसीलों में से एक है और इसकी परिधि में आबादी का एक बड़ा हिस्सा आता है। यहां के लोगों को जब भी कोई राजस्व संबंधी या अन्य काम होता है, तो भारी खर्च कर व समय बर्बाद करके दूसरे क्षेत्र में जाना पड़ता है। अब तक इस क्षेत्र की जनता द्वारा कई मर्तबा संधोल में एसडीएम कार्यालय खोलने की मांग उठाई जाती रही है, लेकिन कहीं कोई सुनवाई नहीं हुई।  आखिर संधोल तहसील के अंतर्गत आने वाली जनता कब तक इस उपेक्षा का दंश झेलती रहेगी। सरकार से एक बार फिर से निवेदन है कि राजनीतिक इच्छाशक्ति दिखाते हुए संधोल तहसील के अंतर्गत आने वाली जनता की मुश्किलों को समझकर यहां एसडीएम दफ्तर खोला जाए।