सीआईडी ने शुरू नहीं की जांच

मंडी वाहन चोरी केस अभी तक अधर में 

शिमला  – मंडी में सामने आए सबसे बड़े वाहन चोरी के मामलों में से एक की अभी भी सीआईडी जांच शुरू नहीं की गई है। सीआईडी को जांच सौंपे कई दिन बीत चुके हैं, लेकिन  जांच दल के सदस्यों के नाम अभी भी फाइनल नहीं किए गए। ऐसे में यह मामला अभी भी अधर में है। इस मामले की जो जांच की गई है, उसमें चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। सामने आया है कि इसमें अंतरराज्यीय गिरोह का हाथ है ।  इस गिरोह ने देश के कई राज्यों से वाहन चोरी करके  बेचे हैं। मंडी जिला में वाहन चोर गिरोह के सक्रिय होने का  मामला करीब तीन माह पहले सामने आया था। सूत्रों के अनुसार इस गिरोह ने बाहरी राज्यों से सैकड़ों गाडि़यां चोरी की हैं और इनको कम कीमत पर बेचने का गोरखधंधा खूब चलाया जा रहा था। गिरोह में शामिल लोग चोरी की गई गाडि़यों के फर्जी कागजात  तैयार करते थे। मामला सामने आने के बाद पुलिस ने बीते दिसंबर माह में मंडी में कई स्थानों पर छापामारी कर कई वाहन बरामद भी किए थे। मंडी के रंधाड़ा, बल्ह, नेरचौक, डडौर, सुंदरनगर के कनैड़ में छापामारी के दौरान पुलिस के हाथ कई चोरी किए वाहन लगे, जिनको यहां बेचा गया था। इनमें लग्जरी गाडि़यां काफी तादाद में हैं।  इस मामले में खाकी भी दागदार हुई और  पुलिस का एक हैड कांस्टेबल भी निलंबित किया गया था। मामले की गंभीरता को लेकर पुलिस मुख्यालय की ओर से जांच सीआईडी को सौंपी गई थी। वहीं इसके लिए जांच दल बनाया जाना है, लेकिन इसकी फाइल को मंजूरी नहीं मिली है। मंडी पुलिस ने इस मामले की अब तक की जांच के दस्तावेज भी सीआईडी को नहीं सौंपे हैं। उधर एडीजीपी लॉ एंड आर्डर डा. अतुल वर्मा का कहना है कि मामले की जांच को लेकर विशेष जांच दल बनाया जा रहा है और जल्द ही जांच दल मामले की जांच शुरू कर देगा।