अपने ‘पैरों’ पर खड़ा होगा आईआईएम सिरमौर

हफ्ते भर में होगी निदेशक की तैनाती, अभी तक लखनऊ रहा है जिला का मेंटर

पांवटा साहिब — पांवटा के रामपुरघाट में चल रहा भारतीय प्रबंधन संस्थान सिरमौर अब स्वतंत्र रूप से कार्य करना आरंभ करेगा। अपना निदेशक मिलने के बाद से आईआईएम सिरमौर का पूरा प्रशासनिक कार्य अब यहीं से चलेगा। जल्द ही यहां पर निदेशक की तैनाती होने जा रही है। अभी तक सिरमौर आईआईएम का मेंटर लखनऊ रहा है, लेकिन अब जल्द ही यह स्वतंत्र रूप से अपना कार्य स्वयं करेगा। जानकारी के मुताबिक सिरमौर आईआईएम के लिए निदेशक की नियुक्ति हो गई है। हालांकि अभी उन्होंने ज्वाइन नहीं किया है, लेकिन संभावना व्यक्त की जा रही है कि दो-तीन दिन के भीतर नई निदेशक सिरमौर आईआईएम का कार्यभाल संभालने वाली हैं। यहां पर प्रबंधन ने जम्मू-कश्मीर विश्वविद्यालय से नीलू रोहमित्रे को बतौर डायरेक्टर नियुक्त किया है। गौर हो कि अभी तक यहां पर मुख्य प्रशासनिक अधिकारी व अन्य स्टाफ तो तैनात है, लेकिन निदेशक न होने से अभी बड़े निर्णय लखनऊ से लिए जा रहे थे। यहां पर वर्तमान में दूसरा बैच चल रहा है। पहले बैच का दीक्षांत समारोह आठ अप्रैल को होने जा रहा है। उम्मीद है कि नई निदेशक इस दीक्षांत समारोह की गवाह बनेंगी। उल्लेखनीय है कि अभी तक धौलाकुआं में भूमि स्थानांतरण की प्रक्रिया को पूरी तरह अमलीजामा नहीं पहनाया गया है, जिस कारण फिलहाल आईआईएम की कक्षाएं रामपुरघाट के एक निजी इंजीनियरिंग कालेज में चल रही हैं। उधर, संस्थान के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी कर्नल अजय दत्ता ने बताया कि फिलहाल निदेशक ने यहां पर ज्वाइन नहीं किया है। इसके अलावा दिल्ली से बुधवार को 35 छात्र स्लोवेनिया के लिए रवाना हो रहे हैं।

आज स्लोवेनिया रवाना होंगे 35 छात्र

आठ मार्च को यहां के 35 छात्रों का एक दल अध्ययन के लिए विदेश जा रहा है। यह दल दिल्ली से स्लोवेनिया के लिए रवाना हो रहा है। वहां पर छात्र प्रबंधन के नए तरीके सीखने के बाद सात अप्रैल को वापस स्वदेश लौटेंगे। ये छात्र एक माह वहां पर रहेंगे और प्रबंधन की समस्त बारीकियों का अध्ययन करेंगे। छात्रों के वापस लौटने के बाद आठ अप्रैल को संस्थान का पहला दीक्षांत समारोह आयोजित होगा।