कुछ वक्त तो दें !

(डा. शिल्पा जैन सुराणा, तेलंगाना (ई-पेपर के मार्फत))

जब से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री का ताज योगी आदित्यनाथ के सिर सजा है, सवालों की झड़ी लग गई है। हर कोई सवाल पूछ रहा है, उनके पुराने वीडियो वायरल हो रहे हैं। उनके कट्टर हिंदूवाद की छवि को सारे न्यूज चैनल प्रसारित कर रहे हैं। उनके कार्य को लेकर प्रश्नचिन्ह उठाए जा रहे हैं, पर सोचने वाली बात यह है कि क्या उन्हें एक मौका नहीं मिलना चाहिए? बचपन में पंच परमेश्वर की कहानी सबने पढ़ी है। जब योगी को यह मौका मिला है, तो उन्हें समय देना चाहिए। भविष्य कैसा होगा, हम अभी नहीं बता सकते। गोरखपुर की जनता ने उन पर विश्वास किया, इतने वर्षों तक वह सांसद रहे, तो क्या उनका भगवाधारी होना उनकी कार्यप्रणाली पर सवाल उठाने के लिए पर्याप्त है? हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि लोकतंत्र का यह स्तंभ जिन कंधों पर खड़ा है, वह कंधा जनता का है। जनता जनार्दन का निर्णय सर्वोपरि होगा। जिस दिन जनता को उनसे परेशानी होगी, वह उन्हें बाहर का रास्ता दिखा देगी।