कैथल में पैदल चलना हुआ मुश्किल

अनाज मंडी की सड़कों में जगह-जगह पड़े गड्ढे हादसों को दे रहे न्यौता

कैथल —  कैथल की अनाज मंडी की सड़कों के हालात बद से बदत्तर हो गए हैं। इसके साथ ही मंडी में लगे पानी के कूलर भी बिना सफाई के बीमारी को न्यौता दे रहे हैं।  मंडी के आढ़ती रामकुमार, जसमेर, रामनारायण, अशोक कुमार आदि ने बताया कि कैथल की मार्केट कमेटी किसानों की फसल के माध्यम से प्रति वर्ष करोड़ों रुपया कमाती है, परंतु अफसोस की यह कमेटी किसानों की सुविधाओं के लिए कुछ नहीं करती। सरकार द्वारा किसानों की गेहूं की फसल की खरीद पहली अप्रैल से की जानी है, जिसमें मात्र 20 दिन ही बाकी रह गए हैं, उसके बावजूद भी किसानों की सुविधाओं के लिए कोई कार्य नहीं किया जा रहा। मंडी के अंदर फीड व सड़कें टूटी पड़ी हैं। सड़कों पर एक-एक फु ट गहरे पड़े हुए हैं। सभी जगह सड़क की बजाय गड्ढे ही नजर आते हैं। उनसे निकल कर बजरी भी बिखरी पड़ी है, परंतु कमेटी के अधिकारियों को ऐसी सड़कें दिखाई नहीं दे रहीं। हर वर्ष कमेटी के अधिकारी नई सड़क बनाने की कहते हैं, परंतु टंकियों से काम चला लेते हैं। मंडी के अंदर पेयजल के लिए लगाए सभी वाटर कुलर खराब हैं। कु छ में तो करंट आता है, जिससे भयानक हादसा होने का अंदेशा रहता है। उनके ऊपर रखी पानी की टंकियों में कभी भी सफाई नहीं करवाई जाती और उनमें अंदर गंदगी भरी रहती है। पेयजल से बदबू आती है, जिसको पीने से व्यक्ति के बीमार हो जाने का खतरा है।