नशा रोक नहीं सकते तो ऐसे फैसले भी न लें

शिमला – नेशनल हाई-वे के 500 मीटर दायरे में आने वाले शराब के ठेके बंद करने के न्यायालय के फैसले पर प्रदेश सरकार की पुनर्विचार याचिका डालने पर सांसद अनुराग ठाकुर हैरान हैं। अनुराग ठाकुर ने कहा कि न्यायालय द्वारा दिया गया निर्णय सड़क दुर्घटनाओं को कम करने में मददगार साबित होगा। पहाड़ी राज्य होने के कारण पहले ही सड़क दुर्घटनाओं की संख्या ज्यादा है और उसमे एक मुख्य कारण शराब पीकर गाड़ी चलाना भी है। एक तरफ हम प्रदेश को नशा मुक्त करने की बात कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर प्रदेश सरकार ऐसे निर्णयों से नशे को बढ़ावा दे रही है। प्रदेश सरकार अगर नशे को रोकने में सक्षम नहीं है तो कम से कम ऐसे निर्णय न ले, जिससे नशा बढ़े। राज्य की आर्थिक स्थिति सुधारने के कई और रास्ते हो सकते हैं, जो सरकार को तलाशने चाहिएं, लेकिन सरकार अपनी आर्थिक स्थिति को लेकर कितनी गंभीर है, इसका अंदाजा मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने बजट में दे दिया है। अगर सरकारगंभीर होती तो बनाई गई वरिष्ठ मंत्रियों की रिसोर्स मोबिलाइजेशन कमेटी की रिपोर्ट किसी अलमारी में बंद नहीं करती।