मीडिया, समाज तथा शासन का वास्तविक दर्पण है। यह जनसाधारण की समस्याओं, मांगों को उठाने तथा उन्हें न्याय दिलाने का एक प्रभावी प्लेटफार्म भी बन गया है। पत्रकारिता में करियर एक प्रभावी विकल्प है और कुछ मामलों में एक उच्च वेतन देने वाला व्यवसाय भी। इसी खूबी के कारण बड़ी संख्या में युवा इसकी तरफ आकर्षित हो रहे हैं…
पत्रकारिता के प्रमुख कोर्सेज
* बैचलर डिग्री इन मास कम्युनिकेशन
* पीजी डिप्लोमा इन ब्रॉडकास्ट जर्नलिज्म
* एमए इन जर्नलिज्म
* डिप्लोमा इन जर्नलिज्म
* जर्नलिज्म एंड पब्लिक रिलेशन
* पीजी डिप्लोमा इन मास मीडिया
प्रमुख शिक्षण संस्थान
* लखनऊ विश्वविद्यालय, लखनऊ
* बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, वाराणसी
* जामिया मिल्लिया इस्लामिया, नई दिल्ली
* भारतीय जन संचार संस्थान, नई दिल्ली
* माखन लाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विवि, भोपाल
* इंदिरा गांधी राष्ट्रीय खुला विश्वविद्यालय, नई दिल्ली
शैक्षणिक योग्यता
पत्रकारिता में करियर बनाने के लिए किसी भी स्ट्रीम से 12वीं पास होना जरूरी है। 12वीं के बाद आप चाहें तो डिप्लोमा, सर्टिफिकेट या डिग्री कोर्स कर सकते हैं। भारत के कई बड़े कालेजों में डिग्री लेवल पर मास मीडिया की पढ़ाई होती है। अगर आप ग्रेजुएशन के बाद पत्रकारिता की पढ़ाई करना चाहते हैं, तो यह आपके लिए ज्यादा फायदेमंद होगी। ग्रेजुएशन के बाद पीजी डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन, डिप्लोमा इन पब्लिक रिलेशन कर सकते हैं। वहीं, सीधे दो वर्षीय पीजी डिग्री भी हासिल कर सकते हैं। पोस्ट ग्रेजुएशन करने के बाद आप सीधे पीएचडी या एमफिल भी कर सकते हैं।
कार्य का स्वरूप
एक पत्रकार डेस्क और फील्ड, दोनों क्षेत्रों में काम कर सकता है। डेस्क वर्क में कॉपी राइटिंग और संपादन का काम किया जाता है। डेस्क के काम में उपलब्ध कराई गई सामग्री को भाषायी रूप से सशक्त करने का काम इन लोगों के ही कंधों पर होता है। यह काम वही कर सकते हैं, जो भाषा ज्ञान के साथ-साथ देश-विदेश में हो रही हलचलों पर नजर रखते हैं। फील्ड वर्क उन लोगों के लिए सही है, जो खबरों के अंदर छिपे सच को सामने लाने की काबिलीयत रखते हैं। इस काम में ऐसे व्यक्ति ज्यादा सफल होते हैं, जिनके संपर्क सूत्र बेहतर होते हैं। इसके तहत रिपोर्टर आते हैं। रिपोर्टर को पत्र-पत्रिका, चैनल्स व वेब मीडिया की आंख और कान कहा जाता है। इनका प्रमुख काम होता है प्रेस कान्फ्रेंस में जाना, इंटरव्यू लेना, किसी घटना की विस्तृत जानकारी इकट्ठी करना आदि। रिपोर्टर्ज का काम बहुत ही चुनौतीपूर्ण होता है। खबर की तह तक जाने के लिए कभी जोखिम भी उठाना पड़ता है। कई बार असामाजिक तत्त्वों से धमकियां भी मिलती हैं। इसके अलावा, फोटोग्राफर या कैमरामैन प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक व वेब मीडिया का एक अहम हिस्सा होता है। रिपोर्टर की टीम के साथ फोटोग्राफर या कैमरामैन होता है, जो परिस्थितियों के हिसाब से तस्वीर उतारता है ताकि खबर स्पष्ट और रोचक लगे। खबरों के अलावा प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक व वेब मीडिया में फीचर राइटिंग का खासा अवसर है। फीचर में विभिन्न विषयों पर लेख तैयार किए जाते हैं। पत्रकार जगत में युवाओं के लिए विविध क्षेत्र उपलब्ध हैं। युवा अपनी रुचि के अनुसार फील्ड या डेस्क पर काम करने का चुनाव कर सकते हैं।
जर्नलिज्म कोर्स के महत्त्वपूर्ण फील्ड
प्रिंट जर्नलिज्म- यह पत्रकारिता का सबसे पुराना फील्ड है जो भारत में अभी भी लोकप्रिय है। देश में कई भाषाओं में प्रिंट जर्नलिज्म के मौके उपलब्ध हैं। प्रिंट में मुख्य रूप से मैगजीन, अखबार के लिए काम कर सकते हैं।
इलेक्ट्रॉनिक जर्नलिज्म- इलेक्ट्रॉनिक जर्नलिज्म पत्रकारिता को अक्षरों की दुनिया से निकालकर विजुअल की दुनिया में ले आया। ऑडियो, वीडियो, टीवी, रेडियो के माध्यम से यह दूरदराज के क्षेत्र में भी लोकप्रिय होने लगा। टीवी सेटेलाइट, केबल सर्विस और नई तकनीकों के माध्यम से पत्रकारिता का यह सबसे बड़ा प्लेटफार्म बन चुका है।
वेब पत्रकारिता- पत्रकारिता के इस प्लेटफार्म ने रीडर, विजिटर्स को फीडबैक की सुविधा दी। यानी आप न्यूज मेकर से सीधे सवाल पूछ सकते हैं। स्मार्ट फोन के आ जाने से यह दिन-प्रतिदिन आगे बढ़ रही है। पत्रकारिता के भविष्य के रूप में इस माध्यम को स्थापित किया जा रहा है।
पब्लिक रिलेशन- यह क्षेत्र पत्रकारिता से थोड़ा हटकर है। जर्नलिज्म की पढ़ाई के दैरान इसे भी पढ़ाया जाता है। किसी व्यक्ति, संस्थान की छवि को लोगों की नजर में सकारात्मक रूप से प्रस्तुत करना पब्लिक रिलेशन में आता है। पब्लिक रिलेशन का कोर्स करने के बाद बिजनेस हाउसेज, पालिटिकल पर्सन, सेलिब्रिटी और संस्थानों के लिए काम किया जाता है।
जरूरी योग्यता
जर्नलिज्म के फील्ड में करियर बनाने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है आपका मानसिक रूप से मजबूत होना यानी किसी भी परिस्थिति में खुद पर विश्वास करके काम पर ध्यान देना। वहीं, जर्नलिस्ट होने के लिए बेहतरीन कम्युनिकेशन स्किल्स के साथ समाचारों से खुद को अपडेट रखना जर्नलिज्म का सबसे बड़ा नियम है। आपके विचारों में निष्पक्षता होनी चाहिए, कोई भी चीज कहने से पहले आपके पास उसके प्रूफ होने चाहिए। आपकी सोच किसी भी विषय पर एक विश्लेषक की तरह हो, यह सबसे ज्यादा जरूरी होता है।
एक प्रतिष्ठित पेशा
पत्रकारिता के पेशे में जितनी प्रतिष्ठा है, उतनी जिम्मेदारी भी है। एक मायने में पत्रकार राष्ट्रीय विकास में महत्त्वपूर्ण भूमिका अदा करते हैं। उसी के जरिए उसे समाज में घटने वाली रोजाना की घटनाओं की जानकारी मिलती है। पत्रकारिता का उद्देश्य लोगों को सूचना प्रदान कर शिक्षित करना तथा उन्हें आनंद बांटना है। इस क्षेत्र में ज्यादा से ज्यादा विशेष और पेशेवर तरीके से रिपोर्टिंग जरूरी है। आमतौर पर पत्रकार विभिन्न क्षेत्रों, जैसे राजनीति, अपराध, वित्त, आर्थिक, खोज, सांस्कृतिक तथा खेल और मनोरंजन की दुनिया से संबंधित होते हैं। पत्रकारिता का पेशा एक प्रतिष्ठित पेशा माना जाता है। आप अपने काम को जितनी ज्यादा ईमानदारी से अंजाम देंगे, उसके प्रतिफल भी उतने ही बेहतर होंगे।
नौकरी के अवसर
पत्रकारिता की पढ़ाई करने के बाद आपको न्यूज एजेंसी, न्यूज वेबसाइट, प्रोडक्शन हाउस, प्राइवेट और सरकारी न्यूज चैनल, प्रसार भारती, पब्लिकेशन डिजाइन, फिल्म मेकिंग में रोजगार से अवसर मिलते हैं। आप चाहें तो फ्रीलांसिंग भी कर सकते हैं। इस क्षेत्र में अवसरों की अपार संभावनाएं हैं।