पैसों के लिए स्वास्थ्य से खिलवाड़

( अर्पिता पाठक (ई-मेल के मार्फत) )

निजी अस्पतालों और डाक्टरों की देखभाल में होने वाले प्रसव में सिजेरियन आपरेशन की संख्या में भारी बढ़ोतरी हो रही है। चौथे राष्ट्रीय पारिवारिक स्वास्थ्य सर्वेक्षण में यह सच सामने आया है। गर्भवती महिला और परिवार वाले इस समस्या से कैसे बचें, यह बड़ा सवाल उनके सामने है। सिजेरियन से होने वाले मुनाफे पर ही ध्यान देने के कारण देश में सिजेरियन आपरेशन की संख्या बढ़ती जा रही है। इस पर किसी भी सरकारी व्यवस्था का बिलकुल नियंत्रण नहीं है।  देश में खुलेआम बिना वजह सिजेरियन किए जा रहे हैं। यह पता होने के बावजूद उन डाक्टरों और उनके अस्पतालों पर कोई कारवाई नहीं की जा रही। इस कारण उनके हौसले और बढ़ गए हैं। इसकी परेशानी गर्भवती महिला और उसके परिवार वालों को उठानी पड़ रही है। पैसा कमाने के इस अनुचित तरीके पर सरकार रोक लगाए।