प्रदेश भर में बंटेंगे साढ़े चार लाख चूजे

सुंदरनगर-नाहन की हैचरीज से किया जाएगा आबंटन

मंडी – हिमाचल प्रदेश में लगभग 4.50 लाख चूजे बांटे जाएंगे। इसके लिए प्रदेश की दो हैचरीज सुंदरनगर व नाहन के माध्यम से चूजे लोगों को मुहैया करवाए जाएंगे। वर्ष 2017-18 के लिए इन चूजों का आबंटन अगस्त, अक्तूबर व नवंबर में होगा। इसके तहत 40 चूजे प्रति लाभार्थी को आबंटित होंगे। बता दें कि एक चूजे पर 50 रुपए का निवेश होता है, जिसमें से 37.50 रुपए विभाग व 12.50 रुपए पालकों द्वारा अदा किए जाते हैं। विभाग में कार्यरत डा. संजय ने कहा कि लोगों को विभाग द्वारा क्वाइलर नस्ल के चूजे मुहैया करवाए जाते हैं, जो कि हिमाचल की भौगोलिक स्थिति के अनुसार उपयुक्त हैं। ये अंडे व मांस दोनों के लिए अव्वल श्रेणी के माने जाते हैं। इस योजना के तहत लोगों की सहूलियत के लिए 1125 रुपए पालकों को मुर्गी पालन के इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए मुहैया करवाए जाते हैं।

दो योजनाओं के तहत मिलेंगे चूजे

पोल्ट्री व्यवसाय में रुचि रखने वालों के लिए दो योजनाओं के तहत चूजे मुहैया करवाए जाते हैं। बैकयार्ड पोल्ट्री योजना व राष्ट्रीय पशुधन मिशन के अंतर्गत लाभार्थियों को चूजे दिए जाते हैं। बैकयार्ड पोल्ट्री योजना के  तहत पालकों को लगभग एक दिन का चूजा मुहैया करवाया जाता है, जबकि राष्ट्रीय पशुधन मिशन योजना के तहत चार हफ्तों तक विभाग चूजा पालता है, ताकि मुर्गी पालकों को चूजे मरने के कारण नुकसान न उठाना पड़े।

मंडी जिला के लिए 36 हजार का लक्ष्य

मंडी जिला में इस बार 36 हजार चूजे मुर्गी पालकों को दिए जाएंगे। इसमें 14800 चूजे राष्ट्रीय पशुधन मिशन व 21200 चूजे बैकयार्ड योजना के तहत दिए जाएंगे। इसके चलते जिला के 320 सामान्य श्रेणी व 50 एससी/एसटी परिवार लाभान्वित होंगे।