सीरीज के निर्णायक टेस्ट मैच के चौथे ही दिन कंगारुओं का आठ विकेट से सफाया
कप्तानी, बल्लेबाजी, गेंदबाजी बेमिसाल
विराट बोले, उकसाएंगे तो यही होगा अंजाम
धर्मशाला— टीम इंडिया ने आस्ट्रेलिया से टेस्ट सीरीज जीतकर बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी को अपने नाम कर लिया है। 2-1 से इस सीरीज को जीतने के बाद टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने रहाणे की कप्तानी की जमकर तारीफ की, तो तेज गेंदबाजों की भी जमकर सराहना की। इस सीरीज में हुई गहमागहमी को लेकर विराट कोहली ने खुलकर बात करते हुए कहा कि अगर कोई भी टीम हमें छेड़ेगी और उकसाएगी तो हम उन्हें उन्हीं के तरीके से करारा जवाब देंगे। कई लोग इसे हजम नहीं कर पाते, लेकिन भारतीय टीम इसे खेल भावना से लेते हुए विरोधी टीम को सही समय आने पर उन्हें और ज्यादा असरदार तरीके से जवाब देती है। कोहली ने आस्ट्रेलियाई कामेंटेटर्स को भी करारा जवाब दिया।
रविंद्र जडेजा मैन ऑफ दि सीरीज
रिकार्ड और रोमांच…
धर्मशाला—अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम धर्मशाला में बॉर्डर गावस्कर टेस्ट शृंखला के अंतिम व निर्णायक मैच में भारत के मैच जीतने के साथ ही कई अहम रिकार्ड भी बन गए। विराट कोहली की कप्तानी में लगातार सातवीं टेस्ट सीरीज जीत है इससे पहले 2015 में श्रीलंका को 2-1 से हराने के बाद से भारत ने साउथ अफ्रीका, वेस्टइंडीज, न्यूजीलैंड, इंग्लैंड, बांग्लादेश और अब आस्ट्रेलिया को टेस्ट सीरीज में मात दी है। अब इस मामले में वह आस्ट्रेलिया के दिग्गज कप्तान स्टीव वॉ से पीछे हैं, जिनकी कप्तानी में आस्ट्रेलिया ने लगातार नौ टेस्ट सीरीज पर कब्जा जमाया था।
*चेतेश्वर पुजारा धर्मशाला टेस्ट की दूसरी पारी में 0 पर आउट हुए। घरेलू मैदान पर खेली गई 50 पारियों में वह पहली बार बिना खाता खोले आउट हुए हैं। अब तक पुजारा भारत से बाहर खेली गईं 31 पारियों में वह दो बार जीरो पर आउट हुए हैं।
*यह चौथा मौका है, जब भारत ने पहला टेस्ट हारने के बाद सीरीज पर कब्जा किया। इससे पहले 1972-73 में इंग्लैंड के खिलाफ, 2000-01 में आस्ट्रेलिया के खिलाफ और 2015 में श्रीलंका के खिलाफ भारत ने यह कारनामा किया था।
*रविचंद्रन अश्विन ने 2016-17 के टेस्ट सीजन में 79 विकेट चटकाए हैं। यह किसी सीजन में सबसे ज्यादा विकेट लेने का रिकार्ड है। उन्होंने डेल स्टेन के 2007-08 के 78 विकेट के रिकार्ड को तोड़ कर अपना नाम दर्ज करवाया है।
*भारत ने इस घरेलू सीजन में कुल 13 टेस्ट मैच खेले हैं, जिसमें से भारत ने 10 मैचों में जीत हासिल की है और आस्ट्रेलिया के खिलाफ पुणे टेस्ट मैच एकमात्र मैच रहा जिसमें भारत को हार का सामना करना पड़ा। इसके अलावा बाकी दो मैच ड्रॉ रहे।
*राहुल भारतीय टीम के एकमात्र ऐसे खिलाड़ी बन गए हैं, जिन्होंने एक सीरीज में छह हाफ सेंचुरी बनाईं हैं। यह किसी भी भारतीय सलामी बल्लेबाज का आस्ट्रेलिया के खिलाफ सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। इससे पहले भारत के सलामी बल्लेबाज मुरली विजय ने आस्ट्रेलिया के खिलाफ 2014-15 में पांच अर्द्धशतक लगाए थे।
*वर्ष 2000 के बाद मात्र दूसरी बार ऐसा हुआ है, जब घरेलू मैदान पर तीन भारतीय गेंदबाजों ने एक पारी में तीन या उससे ज्यादा विकेट चटकाए हैं। पिछली बार न्यूजीलैंड के खिलाफ भारतीय गेंदबाजों ने ऐसा किया था।
*अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम धर्मशाला बार्डर गावस्कर टेस्ट क्रिकेट शृंखला के अंतिम मैच की पहली गेंद होते ही दुनिया का 114वां टेस्ट बेन्यू बन गया, जबकि भारत का 27वां टेस्ट बेन्यू बना है। यह स्टेडिय दुनिया में सबसे खूबसूरत स्टेडियम की टॉप रैंकिग में भी शामिल है।
पिच पर विकेटों की झड़ी
धर्मशाला— बार्डर-गावस्कर टेस्ट सीरीज के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम धर्मशाला में भारत-आस्ट्रेलिया के बीच खेले जा रहे अंतिम एवं निर्णायक मुकाबले में चौथे दिन का खेल समाप्त होने पर 32 विकेट उड़ गए, तो वहीं बल्लेबाजों ने भी अपने बल्ले से खूब कमाल दिखाया। दोनों ही टीमों के बल्लेबाजों ने 875 रन बनाए। भारत-आस्ट्रेलिया टेस्ट मैच धर्मशाला की विकेट में चौथे दिन ही खत्म हो गया, लेकिन टेस्ट मैच का रोमाचंक मुकाबले का रिजल्ट भी सामने आ गया। धर्मशाला की विकेट में बल्लेबाजों, तेज और स्पिन गेंदबाजों को भी लाभ मिला। धर्मशाला की विकेट जिसे बल्लेबाजों और गेंदबाजों के लिए भी सही माना जाता है, पहले टेस्ट में अपनी कसौटी पर खरी उतरी हुई नजर आई। पांच दिवसीय टेस्ट मैच के चौथे ही दिन आस्ट्रेलिया को हराकर मैच आठ विकेट से अपने नाम कर लिया। दुनिया की सबसे खतरनाक टीम माने जाने वाली आस्ट्रेलिया धर्मशाला की विकेट में अपनी पहली पारी में मात्र 300 रनों पर आलआऊट हो गई। भारत के चाईनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव ने चार विकेट चटका कर आस्ट्रेलिया को पहले दिन समाप्त होने से पहले ही पैवेलियन लौटा दिया। भारतीय गेंदबाजों ने धर्मशाला की विकेट में तीसरे दिन खूब कहर बरपाया। तेज गेंदबाज उमेश यादव और भुवेनश कुमार ने भारत को जल्दी-जल्दी ब्रेक थ्रु दिलाए। इसके बाद भारत स्पिन जोड़ी ने भी खूब कमाल दिखाया। भारत के उमेश यादव, रविंद्र जड़ेजा और अश्विन ने तीन-तीन विकेट झटके। जिसके चलते कंगारू धर्मशाला की विकेट में मात्र 137 रनों पर ही सिमट कर निणार्यक एवं फाइनल मुकाबले में बैकपुट पर आ गए।