भर्ती नहीं, प्रोमोशन से बनाएं गार्ड

वन विभाग कर्मचारी व मजदूर यूनियन ने बुलंद की आवाज

ददाहू-श्रीरेणुकाजी —  वनरक्षकों की खुली भर्ती पर रोक लगाई जाए तथा विभाग से ही वनरक्षकों के पदों को भरा जाए। यह मांग वन विभाग कर्मचारी व मजदूर यूनियन ने की है। इसके अलावा वन विभाग में चतुर्थ श्रेणी कर्मचरियों की सेवानिवृत्ति आयु 58 से बढ़ाकर 60 वर्ष की जाए। साथ ही वन विभाग के दसवीं, जमा दो पास नियमित चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों का पदोन्नत्ति कोटा 10 से बढ़ाकर 50 प्रतिशत किया जाए या एलडीआर के तहत सभी शिक्षित चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को एकमुश्त वनरक्षक के खाली पदों पर पदोन्नत्ति दी जाए। इस संबंध में वन विभाग कर्मचारी व मजदूर यूनियन राज्य कमेटी ने अखिल भारतीय ट्रेड यूनियन कांग्रेस एटक के तत्त्वावधान में राज्य अध्यक्ष इंद्र राणा की अध्यक्षता में सात सूत्री मांग पत्र को सचिव वन विभाग को भेजने के लिए तैयार किया है। इस बारे में यूनियन की बैठक ददाहू में राज्य अध्यक्ष इंद्र राणा तथा कल्याण सिंह की अध्यक्षता में संपन्न हुई। कमेटी के राज्य प्रधान कल्याण सिंह ने कहा कि वन निगम के 234 चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को 2015 में पदोन्नत्ति दी गई है। वन विभाग यूनियन ने कहा है कि 20 वर्ष का नियमित कार्यकाल पूरा कर चुके चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को विशेष वेतन वृद्धि देना सुनिश्चित किया जाए। वहीं, आठ साल का कार्यकाल पूरा कर चुके वन मजदूरों को नियमित किया जाए। यूनियन ने चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के टीए तथा मेडिकल भत्ता को प्राथमिकता के आधार पर पूरा करने के साथ कर्मचारियों का वर्दी भत्ता 140 रुपए प्रतिमाह से बढ़ाकर 300 रुपए प्रतिमाह करने का भी सरकार से आग्रह किया है। चतुर्थ श्रेणी कर्मियों को धुलाई भत्ता देने के लिए यूनियन ने पुरजोर मांग की गई है, जबकि 2003 के बाद नियमित हुए कर्मचारियों को पेंशन लाभ देने की भी मांग की गई है।