मानसिक रोगी नहीं रहेंगे अलग-थलग

नई दिल्ली— केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने कहा है कि अब देश में मानसिक रोगियों को उपेक्षा और सामाजिक दंश का शिकार नहीं होना पड़ेगा। उनका इलाज अलग-थलग बंद कमरों में करने की बजाए सामुदायिक माहौल में करने की व्यवस्था होगी। श्री नड्डा ने मानसिक स्वास्थ्य देख-रेख विधेयक-2016 शुक्रवार को लोकसभा में विचार के लिए पेश करते हुए कहा कि केंद्र और राज्यों के बीच व्यापक स्तर पर विचार-विमर्श के बाद लाए गए इस विधेयक में मानसिक रोगियों की परिभाषा और उन्हें अब तक उपलब्ध उपचार की व्यवस्था में आमूल बदलाव की व्यवस्था है। उन्होंने कहा कि इसके तहत किए गए प्रावधान पूरी तरह से रोगियों पर केंद्रित हैं। उन्हें समानता, निजता और इच्छा अनुरूप इलाज पाने की पूरी छूट दी गई है।