योगी के प्रति आकर्षण

(जयेश राणे, मुंबई (ई-पेपर के मार्फत))

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुंडों को प्रदेश छोड़ने को कहने समेत अधिकारियों को सुधर जाने के लिए कहा है। पार्टी नेताओं को ठेकेदारी के चक्कर में न पड़ने की सलाह भी दी। कानून-व्यवस्था को बिगाड़ने में गुंडों की अहम भूमिका रहती है और वही समाज के दुश्मन रहते हैं। उन दुश्मनों का सफाया करने वाला व्यक्ति उत्तर प्रदेश को मिल गया है, ऐसा लग रहा है। रही बात ठेकेदारी की-‘अब हमारे पक्ष की सरकार है, तो निर्माण कार्यों का ठेका हमें ही मिलना चाहिए।’ यह सोच जो पूरे भारत में चलती है, उसे तोड़ना जरूरी है। इस कारण सही क्षमता वाले पीछे रह जाते हैं और जिसे सिर्फ धन ही कमाना है, उसके हाथों में निर्माण कार्य का जाना मतलब उस काम का बुरा हश्र होना माना जा सकता है। देश के समाचार पत्रों की सुर्खियों में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रोज मिलते हैं। यह होने का असली कारण मतलब जो पिछले कई सालों से प्रदेश में नहीं हो पाया है, वह योगी ने कर दिखाया है और कर रहे हैं। इस कारण उनके काम करने के ढंग के प्रति आकर्षण रहना स्वाभाविक है। पार्टी चाहे कौन सी भी हो, अगर उसके किसी नेता के सही काम से जनता खुश होती है, तो उसका प्रयोग अपने राज्यों में करने के लिए हिचकिचाने कि जरूरत नहीं है।