रिश्वत का राक्षस

( रूप सिंह नेगी, सोलन )

दावे चाहे कुछ भी हों, लेकिन ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल के सर्वेक्षण में यह हकीकत सामने आई है कि एशिया प्रशांत क्षेत्र में रिश्वत के लेन-देन में भारत का पहला स्थान है। सर्वे के अनुसार तकरीबन 69 फीसदी लोगों ने कहा है कि उन्हें रिश्वत देनी पड़ी और रिश्वत के मामले में सबसे भ्रष्ट पुलिस को बताया गया है। सवाल यह नहीं है कि सरकार या सर्वे एजेंसी के दावे सही हैं या गलत, लेकिन सवाल यह है कि लोगों को रिश्वत क्यों देनी पड़ती है। रिश्वत लेने वाले किस आधार पर रिश्वत लेते हैं और इस सिलसिले को कैसे खत्म किया जा सकता है। मेरा मानना है कि देश में घूस देने की सोच रखने वाले लोग घूस लेने वालों से अधिक हैं। क्यों न यही वर्ग रिश्वत परंपरा को खत्म करने की पहल करे? यदि आप कानूनों व नियमों का पालन करते हैं, तो कोई आप से घूस मांगने की हिम्मत नहीं कर सकता। अतः हमें ऐसी सोच बनाने की जरूरत होगी कि हम जो भी काम करें, वह कानूनों व नियमों के दायरे में रहकर करें।