सभी कर्मियों को मिले पेंशन

कारपोरेट सेक्टर कर्मचारियों ने विक्रमादित्य सिंह से मिलकर उठाई मांग

शिमला —  हिमाचल प्रदेश राज्य कारपोरेट सेक्टर कर्मचारी संघ का प्रतिनिधिमंडल गुरुवार को वन निगम कर्मचारी महासंघ के प्रधान संजय शर्मा की अध्यक्षता में युवा कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष विक्रमादित्य सिंह से मिला। इस अवसर पर कारपोरेट कर्मचारी संघ के समन्वयक कमलेश सहित अन्य पदाधिकारियों ने बताया कि वर्ष 1999 में सरकार द्वारा निगमों व बोर्डों के कर्मचारियों के लिए पेंशन स्कीम लाई थी, जिसे वर्ष 2004 को वापस ले लिया गया। उन्होंने बताया कि 1999 से 2004 के दौरान जो कर्मी बोर्ड-निगमों से सेवानिवृत्त हुए हैं, उन्हें पेंशन प्रदान की जा रही है, लेकिन वर्ष 2004 के बाद सेवानिवृत्त कर्मचारियों को पेंशन से वंचित कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के विभिन्न विभागों के निगमों व बोर्डों के करीब 1.75 लाख कर्मचारी कार्यरत हैं, जो सभी सेवानिवृत्ति के पश्चात पेंशन के हकदार हैं। इनमें से कुछ निगमों, बोर्डों के करीब 6700 कर्मचारी ऐसे हैं, जिन्हें पेंशन का लाभ नहीं मिल रहा है। इस अवसर पर प्रतिनिधिमंडल सदस्यों ने विक्रमादित्य से आग्रह किया है कि वर्ष 2004 की अधिसूचना को निरस्त कर वर्ष 1999 की अधिसूचना को बहाल करवाया जाए, ताकि शेष बचे कर्मचारियों को भी पेंशन सुविधा प्रदान की जाए। विक्रमादित्य ने कारपोरेट कर्मचारियों को आश्वस्त किया कि वह इस मामले को शीघ्र ही मुख्यमंत्री के समक्ष रखेंगे।

सीएम वीरभद्र सिंह से मिले पेंशनर

ऊना – हिमाचल प्रदेश पेंशनर्ज एसोसिएशन की जिला इकाई के सदस्य व पदाधिकारी उद्योग मंत्री मुकेश अग्निहोत्री के साथ मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह से मिले। इस दौरान संघ ने 65, 70 व 75 वर्ष की आयु वाले पेंशनरों को अतिरिक्त पेंशन देने के बारे में किए गए ऐलान के लिए उनका आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर एचआर विशिष्ट सहित प्रदेश पेंशनर एसोसिएशन के सभी पदाधिकारी व सदस्य उपस्थित थे।