हिमाचल का पार्टनर बनेगा केरल

शैक्षणिक, सांस्कृतिक गतिविधियां साझा करेंगे दोनों राज्य

शिमला —  ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ के तहत हिमाचल का पार्टनर केरल होगा। इसे लेकर हाल ही में एमओयू भी साइन किया गया है। इसमें हिमाचल और केरल दोनों राज्य आपस में शैक्षणिक, सांस्कृतिक गतिविधियों व अनुभवों का आदान-प्रदान करेंगे। अब शिक्षा विभाग की ओर से सुझाव दिया गया है कि इस योजना के तहत केरल के छात्रों को प्रदेश में होने वाले एनसीसी कैंप का हिस्सा बनाया जा सकता है और इसी तरह यहां के छात्रों को वहां केरल भेजा जा सकता है। साथ ही केरल के सांस्कृतिक दलों को प्रदेश के विभिन्न जिलों में होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों का हिस्सा बनाए जाने की योजना है। सूत्रों का कहना है कि जून मे होने वाले शिमला ग्रीष्मोत्सव में भी केरल के दल को बुलाने की योजना है। केंद्र की ओर से चलाई गई इस योजना के तहत दो राज्य एक साल के लिए एक-दूसरे के साथ तालमेल बनाएंगे। हाल ही में मानव संसाधन मंत्रालय ने इस बारे में हिमाचल के शिक्षा अधिकारियों के साथ दिल्ली में आयोजित वीडियो कान्फे्रंसिंग कर इस योजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस योजना का मुख्य उद्देश्य राष्ट्रीय एकता सुदृढ़ करने और लोगों को देश की विविधता तथा एक-दूसरे के राज्यों से व्यापक रूप से परिचित कराना है। इस योजना के पीछे विचार यह है कि प्रत्येक वर्ष, एक राज्य भारत के किसी भी दूसरे राज्य से जुड़ेगा। इसमें हिमाचल के स्कूलों में छात्रों को मलयालम भाषा के कम से कम 100 वाक्य सिखाए जाएंगे। उन्हें मलयालम में गीत सिखाया जाएगा। इसके अलावा फूड फेस्टिवल का आयोजन भी हो सकता है। हिमाचल के छात्रों के लिए केरल भ्रमण की व्यवस्था हो सकती है और हिमाचल में भी केरल के छात्रों के लिए इसी तरह का प्रबंध किया जाएगा। योजना का मुख्य मकसद यह है कि देश के भीतर ही लोग एक-दूसरे क्षेत्र के कल्चर से परिचित हो सकें और समझ सकें।