एक दिन में सात को डाले स्टेंट

टीएमसी में पीजीआई और एम्स स्तर के आपरेशन

टीएमसी —  प्रदेश के दूसरे बड़े मेडिकल कालेज टांडा में शुक्रवार को एक ही दिन में दिल के सात रोगियों को स्टंट डालते हुए एक नया इतिहास रच दिया। एक ही दिन में पीजीआई और एम्स स्तर के सात मरीजों की स्टंटिंग अपने आप में बहुत बड़ी बात है। बताते हैं कि टीएमसी में हार्ट के कुछ कंप्लीकेटेड केस सामने आए थे, जिसके लिए यहां बाहर से भी विशेषज्ञ बुलाए गए थे। विशेषज्ञों चिकित्सकों द्वारा स्टंट डालने का यह सिलसिला रात साढ़े नौ बजे तक जारी रहा। विशेषज्ञों की टीम में चंडीगढ़ के  सेक्टर 32 अस्पताल के कार्डियो के एचओडी डा. श्रीनिवासन रेड्डी, टीएमसी से कार्डियो के एचओडी डा. मुकुल, डा. नरेश राणा, तकनीशियन सुरेश, वार्ड नर्स निर्मला व अन्य मौजूद रहे। जानकारी के मुताबिक सभी केस काफी कंप्लीकेटेड थे। कुछ मरीजों की नसें पूरी तरह बंद हो चुकी थीं, लेकिन डाक्टरों की टीम ने बड़ी सूझबूझ व सावधानी से मरीजों को स्टंट डाले। डाक्टरों की टीम पूरा दिन उपचार में डटी रही। इन मरीजों में एक महिला और छह पुरुष थे, जो कि 50 के ऊपर आयु वर्ग के थे। ये सब विभिन्न जिलों के थे। स्टंट डालने का यह क्रम शनिवार को भी जारी रहेगा। अस्पताल में उपचाराधीन सभी मरीजों की सुविधा का पूरा ख्याल रखा गया है। स्टंट डालने के लिए टीएमसी के प्रिंसीपल डाक्टर रमेश भारती से अनुमति ली गई है। गौरतलब है कि टीएमसी के सुपर स्पेशियलिटी के कार्डियो डिपार्टमेंट में शुक्रवार को जिस तरह से स्वास्थ्य सुविधाएं दी गई हैं। यदि अन्य विभागों में भी ऐसी सुविधाएं मिलना शुरू हो जाएं तो प्रदेश की जनता को मजबूरीवश प्रदेश के बाहर महंगे अस्पतालों में उपचार करवाने के लिए विवश नहीं होना पड़ेगा। उधर, डा. वाईडी शर्मा ने कहा कि सुपर स्पेशियलिटी में शुक्रवार को विशेषज्ञों की टीम ने दर्जन भर मरीजों को स्टंट डाले हैं।