ठोस-तरल कचरा अलग कर लगाएं ठिकाने

स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण की बैठक में अलीपुर-धौलरा के लोगों को सलाह

यमुनानगर —  स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत अतिरिक्त उपायुक्त डा. शालीन की अध्यक्षता में ठोस एवं तरल कचरा प्रबंधन परियोजना की रादौर खंड की पायलट ग्राम पंचायत अलीपुर व धौलरा की बैठक का आयोजन जिला सचिवालय के सभागार में हुआ। इसमें अतिरिक्त उपायुक्त ने कहा कि गंदगी को काबू करने का बोझ हर परिवार के हर इनसान को स्वयं उठाना होगा और इसके लिए हर व्यक्ति को अपनी सोच बदलनी होगी, जिससे सब बदल जाएगा व समाज में स्वच्छता बढ़ेगी। अतिरिक्त उपायुक्त डा. शालीन ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन-ग्रामीण के तहत सरकार द्वारा ठोस एवं तरल कचरा प्रबंधन के लिए रादौर खंड की ग्राम पंचायत अलीपुरा व धौलरा को विशेष रूप से चुना गया है। उन्होंने कहा कि ठोस व तरल कचरा के सही ढंग से प्रबंधन करने के लिए इन दोनों कचरों को अलग-अलग करना होगा तथा तरल कचरा के प्रबंधन के लिए सॉकपिट गड्ढों का निर्माण करना होगा। उन्होंने कहा कि हर आदमी को अपने परिवार के ठोस व तरल कचरा प्रबंधन के लिए खुद बोझ उठाना होगा और यह बात हर परिवार को समझनी होगी। अतिरिक्त उपायुक्त ने कहा कि ठोस कचरे को खाद में बदलना होगा और तरल कचरे को सॉकपिट गड्ढे के माध्यम से निपटारा करना होगा, जिससे भूमि में तरल कचरा रिचार्ज होगा व भूमि का जल स्तर भी बढे़गा। उन्होंने कहा कि 26 अप्रैल प्रातः 10 बजे से रादौर खंड की दोनों ग्राम पंचायतों अलीपुरा व धौलरा में ग्रामीणों को ठोस व तरल कचरा प्रबंधन की जानकारी देने के लिए कार्यशालाओं का आयोजन किया जाएगा व लोगों को जागरूक किया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि इन दोनों ग्राम पंचायतों को पूरी तरह जागरूक करने व ठोस व तरल कचरा प्रबंधन का कार्य पूरा करने के बाद जिला के सभी गांवों में यह कार्यक्त्रम आयोजित कर वर्ष 2019 तक ठोस व तरल कचरा प्रबंधन का कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा। बैठक में जिला परियोजना अधिकारी हाकम सिंह राणाए स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के केंद्रीय प्रेरक  मनमोहन सिंह व जिला सलाहकार बलिंद्र सिंह ने ठोस व तरल कचरा प्रबंधन के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर पंचायती राज के कार्यकारी अभियंता रविंद्र राठौर, उपमंडल अधिकारी प्रदीप धीमान, रादौर की महिला एवं बाल विकास परियोजना अधिकारी रेणु शर्मा व अन्य अधिकारी अलीपुरा के सरपंच राम कुमार सहित धौलरा के सरपंच दोनों ग्राम पंचायतों के पंच व स्वच्छ भारत मिशन-ग्रामीण योजना से जुड़े प्रतिनिधि उपस्थित थे।