दूसरे दिन भी बंद रहा कश्मीर

घाटी में नहीं सुधरे हालात, व्यावसायिक-अन्य गतिविधियां पूरी तरह ठप

श्रीनगर— श्रीनगर लोकसभा सीट के उपचुनाव के दौरान आठ अप्रैल को सुरक्षा बलों की फायरिंग में आठ युवकों की मौत के विरोध में अलगाववादियों के हड़ताल के आह्वान के कारण मंगलवार को लगातार दूसरे दिन भी जनजीवन प्रभावित रहा। हड़ताल के चलते व्यावसायिक तथा अन्य गतिविधियां पूरी तरह ठप रहीं। ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर में कुछ मार्गों पर कुछ दोपहिया वाहन समेत निजी वाहन चलते देखे गए। इस बीच चुनाव आयोग ने अनंतनाग लोकसभा क्षेत्र में बुधवार को होने वाले उपचुनाव को स्थगित कर दिया है। श्रीनगर लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव के दौरान भड़की हिंसा के कारण आयोग ने अनंतनाग में चुनाव की तिथि को आगे बढ़ाने का फैसला किया है। एक पुलिस अधिकारी न बताया कि मध्य कश्मीर में कुछ स्थानों पर सोमवार को लगाई गई पाबंदियों को हटा दिया गया है। हालांकि घाटी में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए सुरक्षा बल के जवान तैनात किए गए हैं। ऐतिहासिक लाल चौक, बादशाह चौक, रीगल चौक, मैसुमा, हरि सिंह हाई स्ट्रीट, बटमालू, मौलाना आद रोड, रेजिडेंसी रोड और डलगेट समेत प्रमुख नबजनेस हबों में दूसरे दिन भी दुकानें और व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे। अलगाववादियों के मजबूत गढ़ मैसुमा की ओर जाने वाले सभी मार्ग खोलने के बावजूद इक्के-दुक्के वाहन चलते देखे गए। उस इलाके की तमाम दुकानें भी बंद रहीं। सरकारी कार्यालयों, बैंकों और अन्य वित्तीय संस्थानों में कामकाज पूरी तरह ठप रहा, क्योंकि सार्वजनिक वाहनों के नहीं चलने के कारण अधिकतर कर्मचारी अपने-अपने संस्थानों तक पहुंच ही नहीं सके। शैक्षणिक संस्थानों में सन्नाटा पसरा रहा। नए इलाके के साथ पुराने इलाके और शहर-ए-खास की स्थिति कुछ अलग नहीं रही। किसी अप्रिय वारदात को रोकने के लिए सुरक्षा बल के जवान बड़ी संख्या में जगह-जगह गश्त कर रहे थे। अधिकतर जवान बुलेट प्रूफ जैकेट पहने थे और हथियारों एवं डंडे से लैश थे।

इंटरनेट सेवा स्थगित

इस बीच, भारत संचार निगम लिमिटेड के ब्रॉडबैंड समेत सभी सेलुलर कंपनियों की इंटरनेट सेवा मंगलवार को तीसरे दिन भी स्थगित रही। हुर्रियत कान्फ्रेंस (एचसी) के दोनों धड़ों और जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) ने फायरिंग में लोगों के मारे जाने के विरोध और ‘आत्मनिर्णय के अधिकार’ की मांग को लेकर सोमवार से दो दिनों की हड़ताल का आह्वान किया है।