धर्मशाला में आशियाने की चाह

धर्मशाला  —  पिछले कई दिनों से कैंसर की बीमारी से लड़ने के बाद गुरुवार को इस दुनिया को अलविदा कहने वाले फिल्मी जगत के मशहूर अभिनेता एवं सांसद विनोद खन्ना का धर्मशाला से भी खासा लगाव था। विनोद खन्ना ने होटल निर्माण का प्रोजेक्ट यहां शुरू किया था। 2012 में उन्होंने योल-झियोल रोड पर धलूं के समीप डिक्टू में पांच सितारा होटल का निर्माण शुरू किया था। डिक्टू में आज भी विनोद खन्ना के इस ड्रीम प्रोजेक्ट पर कार्य चला हुआ है। इस कार्य के तहत इमारत को खड़ाकर दिया गया है तथा आधे से ज्यादा कार्य भी हो चुका है। ओशो के अनुयायी बनने के बाद विनोद खन्ना ने कांगड़ा घाटी की ओर भी कई बार रुख किया। जिला मुख्यालय धर्मशाला के समीपवर्ती पासू स्थित ओशो आश्रम निर्सगा में उनका आना-जाना लगा रहता था। देवभूमि में बढ़ी उनकी आवाजाही के बाद यहां के शांत माहौल और धौलाधार के प्राकृति सौंदर्य के विनोद खन्ना मुरीद हो गए थे, जिसके बाद से वह यहां अपना आशियाना बनाने की भी चाह रखते थे। इसी के चलते उन्होंने योल-झियोल रोड पर डिक्टू के समीप जमीन खरीदकर पांच सितारा होटल का कार्य आरंभ किया था। डिक्टू में बनाए जा रहे इस होटल में ओशो के देश-विदेश से आने वाले अनुयायियों की मेजबानी की जानी है। धर्मशाला आने पर वह एचपीटीडीसी के होटल धौलाधार में भी रुकते थे। साधारण व्यक्तिव के मालिक विनोद खन्ना यहां आने पर सादगी के साथ रहने के अलावा आम लोगों से भी मुलाकात करते थे।