नए पैमाने देते परिणाम

( सेहना गुलेरिया, लंज, फतेहपुर )

हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड ने 12वीं कक्षा के वार्षिक परिणामों की घोषणा कर दी है। इस बार के परीक्षा परिणाम कई मायनों में आश्चर्यजनक हैं। इस वर्ष मैरिट सूची में सरकारी स्कूलों का दबदबा रहा, वहीं बेटियों ने अपनी काबिलीयत को एक बार फिर से बखूबी साबित किया है। इस तरह से 12वीं कक्षा का वार्षिक परिणाम एक बार फिर से उन तमाम कपोल कल्पित दावों को झुठला रहा है, जिसमें निजी स्कूलों को सरकारी विद्यालयों से बेहतर साबित किया जाता रहा है। इसमें संदेह नहीं कि अस्तित्व में आने के बाद हिमाचल ने शिक्षा के क्षेत्र में काफी प्रगति की है और शिक्षा दर के लिहाज से राज्य आज देश के शीर्ष राज्यों में शुमार है। ऐसे में मौजूदा परिणाम हमें शिक्षा क्षेत्र में और भी उन्नति के संकेत दे रहे हैं। प्रदेश में सरकारी शिक्षा का अब मात्रात्मक विकास काफी हो चुका है। प्रदेश भर में इतने विद्यालय खुल चुके हैं कि बच्चों को घर के पांच किलोमीटर के दायरे में ही उच्चतर शिक्षा मिल सकती है। अब यहां पर नए शिक्षण संस्थान खोलने के बजाय शिक्षा के गुणात्मक पहलू पर विचार करना होगा। इस उद्देश्य के साथ यदि सरकारी शिक्षा के सुधार के प्रयास किए जाते हैं, तो निश्चित तौर पर अगले वर्ष सरकारी विद्यालयों की तस्वीर और भी उज्ज्वल होगी। कड़ी मेहनत करके परीक्षा पास करने वाले विद्यार्थियों को बधाई!