पंचायतों को 34.69 करोड़ का पानी

बनीखेत, सुंडला —  मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने रविवार को डलहौजी हलके के मंजीर गांव में 34 करोड़ 69 लाख की लागत से निर्मित होने वाली सलूणी-मंजीर- सुंदल-डियूर का शिलान्यास किया। इस पेयजल योजना के निर्माण से सलूणी, सिंगाधार, ब्याना, मंजीर, सुंडला, पुखरी, खरल, लिग्गा, ठाकरीमट्टी, सालवां, डियूर, मांझली, डांड और लनोट सहित कुल 21 पंचायतों की 42 हजार आबादी लाभांवित होगी। इसके बाद मुख्यमंत्री ने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला भलेई के साइंस ब्लॉक की आधारशिला रखी। साइंस ब्लॉक के निर्माण पर एक करोड़ 40 लाख रुपए खर्च होंगे। मुख्यमंत्री ने भलेई में एक करोड 86 लाख की लागत से निर्मित होने वाले लोक निर्माण विभाग के रेस्ट हाउस का नींव पत्थर भी रखा। इस रेस्ट हाउस के निर्माण से भलेई माता मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को रियायती दरों पर आवासीय सुविधा हासिल होगी। इससे पहले मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने प्रसिद्ध शक्तिपीठ भलेई माता मंदिर में पूजा-अर्चना करने के साथ माथा भी टेका। तदोपरांत मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने बंरगाल में 78 लाख की लागत से निर्मित पीएचसी भवन का लोकापर्ण किया। मुख्यमंत्री ने रविवार को बाथरी में पांच करोड़ 93 लाख की लागत से बनने वाली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बाथरी के भवन का नींव पत्थर रखा। इस दौरान मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने सूरी पंचायत के सूरी और बाड़का पंचायत के भेहादाई का दर्जा प्राथमिक पाठशाला से बढ़ाकर मिडिल करने की घोषणा भी की। उन्होंने मिडिल स्कूल भंडार, चकोली, भदरोह, करवाल, पुखरी व कांडी को अपग्रेड कर हाई स्कूल का दर्जा प्रदान किया। उन्होंने पिछला डियूर के ग्रोहन गुलेल हाई स्कूल को अपग्रेड कर जमा दो करने की घोषण भी की। उन्होंने खरोटी पंचायत के खरोटी, किहार के दडूंजा, और भडेला के हनगोई व करवाल के काहला में प्राथमिक पाठशाला खोलने की घोषणा की।