पीजी के लिए तीन लाख बैंक गारंटी का विरोध

हमीरपुर— पीजी में प्रवेश पाने के लिए तीन लाख की बैंक गारंटी हर वर्ष देने के सरकार के निर्णय को हिमाचल प्रदेश मेडिकल आफिसर संघ ने अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। संघ के प्रदेश महासचिव डा. पुष्पेंद्र वर्मा का कहना है कि इससे प्रतीत होता है कि एक सामान्य परिवार का बच्चा पीजी करने का हकदार नहीं है। उनका कहना है कि पहले ही चिकित्सक अनुबंध पर रखे हैं और ऊपर से बैंक गारंटी मांगी जा रही है, जो पूर्ण रूप से अन्याय है। डा. पुष्पेंद्र का कहना कि सरकार इसमें गंभीरता से निर्णय करें और इस गारंटी की बजाय एफिडेविट लें, ताकि गरीब परिवार के बच्चे भी उच्च शिक्षा का लाभ ले सकें। उन्होंने बताया कि कई होनहार चिकित्सक छात्रों ने एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए पहले से ही ऋ ण ले रखा है और अब वे अपनी योग्यता के बल पर पीजी के लिए चुने गए हैं, लेकिन इस बैंक गारंटी की वजह से वे दो राहे पर खड़े हो गए हैं। महासचिव डा. पुष्पेंद्र वर्मा ने मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री से आग्रह किया है कि वह इन होनहार गरीब और माध्यम वर्ग के छात्रों के हितों के बारे में करुणापूर्वक विचार करें।