पीजी में रूसा…एचपीयू कन्फ्यूज

शिमला  —  हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में पीजी कोर्सेज के लिए प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो गई है। इस सत्र 2017-18 में विवि पुराने सेमेस्टर सिस्टम पर ही छात्रों को पीजी करवाएगा या इसमें बदलाव कर रूसा लागू करेगा, इसे लेकर अभी तक फैसला नहीं हो पाया है। विवि इस सत्र से पीजी कोर्सेज में रूसा को लागू करने वाला था, इसके लिए तैयारियां भी विवि ने शुरू कर दी थी, लेकिन बावजूद इसके यह प्रणाली पीजी में लागू होती नहीं दिख रही। एचपीयू ने रूसा के लिए विभागों को सिलेबस तैयार करने के निर्देश तो दिए हैं, विभागों में यह प्रक्रिया शुरू भी हो गई है, लेकिन यह प्रणाली इस सत्र से लागू होगी या नहीं, इस पर फैसला लेना विवि के लिए मुश्किल होता दिख रहा है। विवि प्रशासन पिछले सत्र से ही पीजी में रूसा लागू करने की तैयारी कर रहा है, लेकिन इस सत्र भी विवि इसे शुरू नहीं कर पाया है। विश्वविद्यालय को नैक के दिए गए सुझावों में भी यूजी की तर्ज पर ही पीजी में भी रूसा लागू करने का सुझाव दिया गया है। ऐसे में विवि इस प्रणाली को लेकर पीजी स्तर की भी तैयारी कर रहा है। हालांकि पीजी में रूसा लागू करने को लेकर विवि शिक्षक इसका विरोध जता रहे हैं। शिक्षकों का कहना है कि बिना किसी तैयारी के और शिक्षकों की कमी के यह प्रणाली पीजी में लागू नहीं होनी चाहिए। अब विवि को इस प्रणाली को लागू करने में शिक्षकों का विरोध आड़े आ रहा है या नहीं इसका खुलासा भी विवि नहीं कर रहा है। विवि ने पहले मार्च में होने वाली बैठक में रूसा लागू करने का फैसला लेना था, लेकिन इस बैठक में भी फैसला नहीं हो पाया है। विवि में 31 मई से पीजी की प्रवेश परीक्षाएं शुरू हो जानी हैं। जुलाई से पहले सेमेस्टर की कक्षाएं होनी हैं ऐसे में अभी तक इस स्थिति का स्पष्ट न होना विवि के लिए और छात्रों के लिए परेशानी बन सकता है।

बदलना ही होगा सिलेबस

विश्वविद्यालय इस सत्र पीजी में रूसा लागू करे या नहीं, लेकिन विवि को इस सत्र सभी पीजी कोर्सेज का सिलेबस तो बदलना होगा। सिलेबस में बदलाव यूजीसी के निर्देशोें के तहत करना अनिवार्य होगा। इसके लिए निर्देश विवि ने विभागों को दिए हैं।