पोस्ट खाली नहीं, कहां हो प्रोमोशन

खाली पद न होने से लटकी जलवाहकों की तरक्की

शिमला — प्रदेश सरकार ने जलवाहकों को नियमित करने का आश्वासन तो दे दिया, लेकिन नियमित होने वाले जलवाहक ज्यादा हैं और खाली पद कम। इसके चलते सैकड़ों जलवाहकों को लाभ नहीं मिल पा रहा है। सरकार के निर्णय के अनुसार 3672 जलवाहक नियमित होने थे, परंतु खाली पद पर तो करीब 2200 जलवाहकों को नियमित किया जाएगा और इस तरह 1472 जलवाहक को लाभ नहीं मिल रहा है। इस मुद्दे को लेकर राज्य स्तरीय अंशकालीन जलवाहक एवं जलवाहक कम सेवादार संघ का एक शिष्टमंडल प्रदेशाध्यक्ष दिपन लाल की अध्यक्षता में अराजपत्रित महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष एसएस जोगटा से शिमला में मिला। संघ ने अपनी मांगों के प्रति एसएस जोगटा को अवगत करवाया। प्रदेश के महासचिव भुट्टो राम ने कहा कि सरकार ने मंत्रिमंडल की बैठक में यह निर्णय लिया था कि 30 सितंबर, 2016 को 14 वर्ष का कार्यकाल पूरा कर चुके जलवाहकों को नियमित कर दिया जाएगा, परंतु बाद में जब अधिसूचना विभाग को मिली तो उसमें कहा गया कि वे खाली पद पर नियमित होंगे। अब संघ ने मांग की है कि जलवाहकों को उसी स्कूल में नियमित किया जाए या अन्य विभागों में भेज दिया जाए, क्योंकि शिक्षा विभाग में पहले भी 800 के करीब पद अन्य विभागों से भरे गए थे। इसी तर्ज पर जलवाहकों को भी अन्य विभागा में में भेज दिया जाए। संघ जल्दी ही एसएस जोगटा की अध्यक्षता में मुख्यमंत्री से मिलेगा और अपनी मांगों को मुख्यमंत्री को अवगत करवाया जाएगा, क्योंकि जलवाहकों को लाभ नहीं मिल पा रहा है। इस दौरान संघ के साथ वरिष्ठ उपप्रधान विनोद, कोषाध्यक्ष राजपाल, कुंदन सिंह, कमेटी अध्यक्ष डा. जीदर सिंह, मीरा देवी, जोगिंद्र सिंह, कुलदीप राजेंद्र, रमेश चंद, रामप्यारी, मीरा व सुरेंद्र ठाकुर सहित 60 जलवाहक मौजूद रहे।