सीएम से दस घंटे पूछताछ

सुबह पौने 11 बजे पहुंचे थे प्रवर्तन निदेशालय, पूरी प्रक्रिया की वीडियो रिकार्डिंग भी की गई

नई दिल्ली —  मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के खिलाफ मनी लांड्रिंग मामले में गुरुवार को प्रवर्तन निदेशालय ने उनसे दस घंटे तक पूछताछ की। सुबह पौने 11 बजे मुख्यमंत्री प्रवर्तन निदेशालय पहुंचे थे, जिसके बाद देर रात तक उनसे पूछताछ चलती रही। इस पूरी प्रक्रिया की वीडियो रिकार्डिंग भी की गई। सूत्रों के अनुसार उनके सामने 70 सवालों की लिस्ट रखी गई थी, जिनमें से मुख्य सवाल दिल्ली के फार्म हाउस की कीमत में बार-बार किए गए परिवर्तन के अलावा वकामुल्ला चंद्रशेखर से लिए गए लोन, उसकी वजह, कब-कब पैसा लौटाया और उसे इसके बदले में हिमाचल में क्या लाभ दिए गए इस बारे में थे। इससे पहले मुख्यमंत्री ने ईडी के समक्ष पेश होने से पूर्व मीडिया से बातचीत की और सरफरोशी की तमन्ना वाली लाइनें दोहराईं। उन्होंने कहा कि यह सारा मामला उनके खिलाफ विपक्ष का षड्यंत्र है और जांच में दूध का दूध व पानी का पानी होगा। इसके बाद मुख्यमंत्री प्रवर्तन निदेशालय चले गए। जानकारी मिली है कि मुख्यमंत्री से ईडी ने बीमा पालिसी, सेब बागीचों से आय और दिल्ली स्थित फार्म हाऊस के साथ-साथ अन्य संपत्तियों पर आधारित कई ऐसे सवाल पूछे, जिनके बारे में दावा किया जा रहा है कि जांच एजेंसियों ने इन पर आधारित कई अहम सुराग जुटाए हैं। सूत्रों का कहना है कि ईडी के समक्ष पेश होने से पहले मुख्यमंत्री ने दिल्ली में ही अपने आवास पर कानूनी सलाहकारों से भी गहन विचार-विमर्श किया था। उनके साथ उद्योग मंत्री मुकेश अग्निहोत्री व शहरी विकास मंत्री सुधीर शर्मा के साथ-साथ कांग्रेस के कई नेता व परिजन भी दिल्ली में मौजूद हैं। इससे पूर्व दिल्ली हाई कोर्ट में ईडी ने मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह द्वारा दायर याचिका की सुनवाई के दौरान कहा था कि जांच एजेंसी ऐसा कोई आश्वासन नहीं देगी कि मुख्यमंत्री को पूछताछ के दौरान गिरफ्तार नहीं किया जाएगा। याचिका में यह भी कहा गया था कि ईडी द्वारा किसी भी कार्यवाही के लिए अदालत की पूर्वानुमति नहीं ली गई। इसी मामले में मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह द्वारा ईडी की कार्रवाई पर रोक लगाने के साथ-साथ दर्ज एफआईआर को चुनौती दी गई थी। मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की कथित संलिप्तता वाले आय से अधिक संपत्ति के मामले में जांच और कोर्ट में सुनवाई का दौर भी जारी है।

सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है…

मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने गुरुवार को ईडी के समक्ष पेश होने से पूर्व मीडिया से बातचीत में कहा कि सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है, देखना है जोर कितना बाजुए कातिल में है। उन्होंने कहा कि जांच में दूध का दूध व पानी का पानी होगा। वह इस मसले पर कई बार कह चुके हैं कि यह उनके खिलाफ राजनीतिक षड्यंत्र है। उन्हें झूठे केसों में फंसाए जाने का षड्यंत्र उनके विरोधियों ने रचा है, जिसमें वे सफल होने वाले नहीं हैं।