उन्होंने जीवन के संघर्ष के दौरान एक खेल और रेडीमेड कपड़ों की दुकान भी चलाई, लेकिन उन्होंने व्यापार को आगे बढ़ाने की बजाय मैदान की तरफ भागने में अधिक दिलचस्पी दिखाई। अपनी दूसरी पारी शुरू करते हुए चौहान ने अपने गृह नगर में बिलासपुर क्रिकेट एसोसिएशन में सचिव का काम संभाला…
-नरेन कुमार, धर्मशाला
जब रू-ब-रू हुए…
खेल संघ अपने हितों को साधने की बजाय प्रतिभा तराशें…
किसी क्रिकेट मैच को निर्णय तक पहुंचाने में पिच क्यूरेटर की भूमिका?
मैदान और सही विकेट के बिना मैच का कोई आधार नहीं है। सही विकेट से ही सबसे बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले के हक में मैच का निर्णय आता है।
मैच से पूर्व आप दबाव महसूस करते हैं, या सब कुछ सहज होता है।
बेशक अंतरराष्ट्रीय मैच के आयोजन को लेकर विकेट की चिंता रहती है, लेकिन अब अपनी लगातार मेहनत और विश्वास से मैच का आयोजन सहज सा लगने लगा है।
अब तक किस मैच में लगा कि पिच ने आपको सफल करार दिया?
अब तक हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला स्टेडियम में खेले गए हर इंटरनेशनल मैच के साथ-साथ घरेलू सीरीज के होने वाले मैचों के सफल खेल ने भी मुझे उत्साहित किया है।
हिमाचल की पिचों में खेलने से भारतीय क्रिकेट टीम को कहां और कितनी मदद मिल सकती है?
हिमाचल की पिच पर अब तक भारतीय टीम ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है। भारत की बल्लेबाजी टीम की रीढ़ मानी जाती है, तो अब गेंदबाजों ने भी अपने हुनर से सबको आश्चर्यचकित किया है। ऐसे में हिमाचल की पिच भारत के बल्लेबाजों और गेंदबाजों को करिश्मा दिखाने के लिए काफी है।
आपकी निगाह में श्रेष्ठ पिच की कौन सी खूबियां गिनी जा सकती हैं?
एक अच्छी पिच वही है, जो गेंद और बल्ले के बीच अच्छा मुकाबला प्रदान करे। एक अच्छी पिच में अच्छी गति, नियमित उछाल होना चाहिए। पिच स्ट्रोक खेलने में मददगार और बल्लेबाजों के लिए खतरनाक नहीं होनी चाहिए।
और ये पिचें देश में कहां हैं?
एक अभी आपकी नजरों के सामने है धर्मशाला का मैदान। इसके अलावा भारत में कई महत्त्वपूर्ण मैदान और पिचें हैं, जिनमें नागपुर स्टेडियम, हैदराबाद स्टेडियम, जयपुर, ईडन गार्डन कोलकाता, मोहाली स्टेडियम चंडीगढ़ और वानखेड़े स्टेडियम मुंबई सहित अन्य भी अच्छी पिचें हैं।
कोई बदलाव जो आप पिच प्रबंधन व देखभाल में देखते हैं?
पिच प्रबंधन को भारत सहित हिमाचल प्रदेश में वैज्ञानिक तरीके से किए जाने पर जोर देना होगा।
अमूमन आपकी पिचों को किन राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय खिलाडिय़ों ने पसंद किया?
धर्मशाला मैदान में खेलने वाले हर खिलाड़ी ने पिच की सराहना की है। सभी राष्ट्रीय- अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी ने सराहा है।
क्रिकेट आपके जीवन को किस कद्र प्रवाहित व समाहित करती है?
क्रिकेट मेरे जीवन का अभिन्न अंग है। क्रिकेट के बिना मैं अधूरा सा महसूस करता हूं। या यूं कहें कि क्रिकेट ही मेरी सांसें हैं और पिचें अब मेरी जान हैं।
हिमाचल में क्रिकेट खिलाड़ी क्यों नहीं आपकी पिचों पर सफल हो रहे हैं?
अब प्रदेश के खिलाड़ी टीम इंडिया में स्थान बना चुके हैं और आधा दर्जन के करीब खिलाड़ी आईपीएल में भी अपना जौहर दिखा रहे हैं।
क्रिकेट के मैदान पर पिच के अलावा जीत के लिए अन्य क्या है?
निश्चित रूप से ही आपका बेहतरीन प्रदर्शन। पिच बल्लेबाजों और गेंदबाजों को अपना बेहतरीन प्रदर्शन करने का मंच प्रदान करती है। अब जीत के लिए सबसे अच्छे तरीके से खेलने वाली टीम की जीत होती है।
आज तक का सबसे बड़ा सुकून और कोई ऐसी टिप्पणी, जिसने आपके कर्म को शोहरत दी?
मेरी नजर में मुझे असली सुकून और शोेहरत तब मिलती है, जब घरेलू स्तर से लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी मेरे द्वारा बनाई गई पिच पर खेल कर अच्छा महसूस करते हैं, तो मुझे सच में ही सुकून मिलता है।
हिमाचल को खेल राज्य बनाने के लिए क्या करना होगा?
क्रिकेट के साथ-साथ अब अन्य खेलों में भी मेहनत कर आगे बढ़ाने की आवश्यकता है।
बाकी खेल एसोसिएशन क्रिकेट संघ से जो सीख सकती हैं?
प्रदेश के खेल संघों को अपने हितों की बजाय पहाड़ी राज्य की प्रतिभाओं को तराशने और सही मंच प्रदान करने के लिए कड़ा संघर्ष करना चाहिए, जिसे क्रिकेट संघ लगातार जारी रखे हुए है।