केंद्र से हिमाचल को पूरा सहयोग

ब्याड़ (बड़सर)— मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार से हिमाचल को पर्याप्त आर्थिक सहायता मिली है। यूपीए और मोदी सरकार में जारी पैकेज उन्नीस-इक्कीस का अंतर हो सकता है। बावजूद इसके केंद्र ने प्रदेश को बराबर का हक दिया है। बड़सर विधानसभा क्षेत्र के ब्याड़ में जनसभा को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा कि किसी भी राज्य का विकास केंद्र सरकार के सहयोग के बिना संभव नहीं है। केंद्र से सहयोग लेना राज्य का अधिकार होता है। सीएम ने चुटकी लेते हुए कहा कि भाजपा नेता केंद्रीय योजनाएं लाने की डींगे मारते हैं। हिमाचल के लिए सड़क परियोजनाएं दिलवाने का ढिंढोरा पीट रहे हैं, लेकिन केंद्र से हिमाचल को मिले एनएच प्रोजेक्ट राज्य को मिलने ही थे। इन्हें न कोई ला सकता था और न कोई रोक सकता है। बकौल सीएम केंद्र सरकार सबकी होती है। सीएम ने कहा कि हिमाचल प्रदेश वित्तीय संसाधनों में पूरी तरह साधन संपन्न है। प्रदेश की वित्तीय हालत पर सवाल उठाने वाले पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल को पेट दर्द क्यों हो रहा है।  हिमाचल में सभी कर्मचारियों को वेतन मिल रहा है। विकास कार्य तेजी से हो रहे हैं, फिर धूमल को तकलीफ  क्यों हो रही है। प्रदेश का मुख्यमंत्री मैं हूं, धूमल नहीं। जब वह सीएम होंगे तब चिंता करें। संगठन और सरकार के बीच चल रही खींचतान पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पार्टी का अंदरूनी मामला है। इस मसले को मैं सार्वजनिक मंच पर क्यों लेकर जाऊं। सीएम ने कहा कि राजनीतिक नेताओं को डंक मारने की आदत हो गई है। हर नेता इस फिराक में रहता है कि मैं कहां किसको कहां डंक मारूं। पंचायत चुनावों से लेकर अपर हाउस के इलेक्शन तक हर नेता को वोट लेने के लिए तरह-तरह के तिकड़म लगाने पड़ते हैं। मुख्यमंत्री ने बड़सर विधानसभा क्षेत्र की सभी मांगों को पूरा करने का आश्वासन भी दिया। सीएम ने भाजपा के आरोपों को नकारते हुए कहा कि यह कहना न्यायसंगत नहीं है कि मैं हमीरपुर से भेदभाव कर रहा हूं। हमीरपुर मेडिकल कालेज का मसला प्रभावी ढंग से उठाकर केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय से इसे फोरेस्ट क्लीयरेंस दिलवाई गई है। हमीरपुर में तकनीकी  विवि भवन परिसर के निर्माण की आधारशिला मैंने रखी है। जिला के अधिकतर कालेज, अस्पताल, स्कूल तथा सड़क मार्ग कांग्रेस सरकार की देन हैं। सीएम ने कहा कि विधायकों को अपने क्षेत्र के मसले सरकार के साथ प्रभावी ढंग से उठाने चाहिए। मुख्यमंत्री को अपने विस क्षेत्रों के विकास कार्यों का मांग पत्र न सौंपने वाला विधायक मूर्ख होता है।  इस दौरान सीपीएस इंद्रदत्त लखनपाल, राजेंद्र राणा, कर्नल वीसी लगवाल, मंजीत डोगरा, नरेश लखनपाल तथा नरेश ठाकुर सहित अन्य नेता उपस्थित रहे।

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