जस्टिस कर्णन सुप्रीम कोर्ट में आदेशों की जंग

नई दिल्ली — सुप्रीम कोर्ट के सात जजों और कलकत्ता हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस सीएस कर्णन के बीच आदेश की जंग और तेज हो गई है। सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को जस्टिस कर्णन की मानसिक हालत की जांच के लिए मेडिकल बोर्ड के गठन का आदेश दिया तो जवाब में जस्टिस कर्णन ने भी आदेश दे डाला कि सुप्रीम कोर्ट के सात जजों को एम्स के मानसिक रोग से जुड़े बोर्ड के सामने पेश किया जाए। साथ ही कर्णन ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उनकी दिमागी जांच जबरदस्ती कराई गई तो वह प्रदेश के डीजीपी को सस्पेंड करने का आदेश दे देंगे। सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को आदेश दिया कि जस्टिस कर्णन की दिमागी जांच के लिए मेडिकल बोर्ड का गठन किया जाए। साथ ही मेडिकल बोर्ड को पांच मई को कर्णन की जांच कर आठ मई को रिपोर्ट पेश करने को कहा गया है। सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस कर्णन पर अवमानना मामले में सुनवाई चल रही है। जस्टिस कर्णन ने 20 जजों पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने उनके खिलाफ अवमानना का मामला दर्ज किया था। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर प्रतिक्रिया में जस्टिस कर्णन ने देश की सबसे बड़ी अदालत के जजों के खिलाफ ही आदेश सुना दिया। उन्होंने कहा कि मैं दिल्ली के डीजीपी को आदेश देता हूं कि वह सात आरोपी जजों को एम्स के मानसिक रोग से जुड़े बोर्ड के समक्ष पेश करें और उनका मेडिकल टेस्ट करवाएं। इसके अलावा कर्णन ने पुलिस को चेतावनी भी दी। उन्होंने कहा कि अगर पश्चिम बंगाल के डीजीपी जबरन मेरे मानसिक स्वास्थ्य की जांच कराने आएंगे तो अपनी तरफ से उनके निलंबन का आदेश दे सकता हूं।

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