दूसरे जिलों में भी नकली शराब

बड़सर-नारा में पकड़े आरोपियों का खुलासा, अब तक चार गिरफ्तारियां

हमीरपुर – नकली शराब की तारें प्रदेश के दूसरे जिलों से भी जुड़ी हैं। अवैध रूप से दुकानों और ढाबों पर मिल रही शराब जहर हो सकती है। चंडीगढ़ ब्रांड की देशी शराब में नशीला पदार्थ घोलकर इसे हिमाचल के ढाबों और छोटी-छोटी दुकानों पर पिलाया जा रहा है। हमीरपुर के बड़सर तथा नारा में पकड़ी गई नकली शराब की सप्लाई दूसरे जिलों में भी भेजी जाती थी। गिरफ्तार किए गए आरोपियों ने यह खुलासा पुलिस रिमांड के दौरान किया है। मामले में अब तक चार गिरफ्तारियां हो चुकी हैं और राजनीतिक संरक्षण के चलते मुख्य आरोपी फरार है। पकड़े गए आरोपियों ने अलग-अलग बयानों से पुलिस टीम को पूरी तरह उलझा दिया है। पुख्ता सूचना के अनुसार एक आरोपी का खुलासा है कि चंडीगढ़ से देशी शराब लाई जाती थी। बड़सर तथा दरकोटी के नारा में यह शराब स्टोर की जाती थी। बाद में इसमें मिलावट कर खाली बोतलों में भरकर महंगी शराब के रैपर चस्पां कर दिए जाते थे। इसके बाद ठेकों पर बिकने वाली शराब के मुकाबले सस्ती दरों पर अंग्रेजी-देशी शराब बेचकर चांदी कूटी जा रही थी। लंबे समय से चले इस गोरखधंधे में पुलिस तथा आबकारी एवं कराधान विभाग के इक्का-दुक्का कर्मचारियों की भी मिलीभगत हो सकती है। गौर रहे कि दरकोटी में 74 बोरियां खाली बोतलें पकड़ी थीं। साथ ही पांच बोरियों बोतलों के ढक्कन से भरी पड़ी थीं। यहां से कॉर्क मशीन भी बरामद की गई है। खाली बोतलों में यहां से शराब की पैकिंग की जानी थी। एसएचओ जयनंद शर्मा व ईटीओ हमीरपुर राकेश कुमार की अगवाई में पुलिस टीम ने भारी मात्रा में शराब की खेप व पैकिंग मैटीरियल को कब्जे में लिया है।

पुलिस ने गुप्त सूचना पर की कार्रवाई

डीएसपी बड़सर अशोक वर्मा ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर यह कार्रवाई की गई है। पुलिस ने इस मामले में चार लोगों को हिरासत में लिया है। तीन को शनिवार को कोर्ट में पेश किया गया, जबकि चौथे व्यक्ति को शनिवार शाम को गिरफ्तार किया गया है। कोर्ट ने एक आरोपी संजीव कुमार को एक दिन का पुलिस रिमांड दिया है। वहीं प्रवीण तथा परविंद्र को चार दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा गया है।

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