पांच महीने में 20 हजार का पंजीकरण

बेरोजगारी भत्ते के बाद रोजगार कार्यालयों में बढ़ रहा आंकड़ा

शिमला — बेरोजगारी भत्ते की घोषणा के बाद रोजगार कार्यालयों में पंजीकरण करवाने वाले युवाओं के आंकड़े में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। जानकारी के मुताबिक हर माह औसतन चार से पांच हजार नए पंजीकरण हो रहे हैं। पहली जनवरी से अभी तक तक हिमाचल के सभी रोजगार कार्यालयों में 20 हजार से ज्यादा नाम पंजीकृत हुए हैं। इतना ही नहीं, इनमें पांच हजार से ज्यादा गैर हिमाचलियों ने विभिन्न रोजगार कार्यालयों में नाम दर्ज करवाए हैं। चार साल पहले जब कांग्रेस सरकार सत्ता में आई थी, तो युवाओं को बेरोजगारी भत्ता देने की बात कही गई थी, लेकिन बाद में कौशल विकास भत्ता दिया गया।  प्रदेश में बारहवीं पास और उससे अधिक शैक्षणिक योग्यता रखने वाले युवाओं को एक हजार और दिव्यांगों को 1500 रुपए बेरोजगारी भत्ता दिया जाएगा। इसके लिए बेरोजगारों का रोजगार कार्यालय में पंजीकरण, न्यूनतम आय दो लाख और आय प्रमाण पत्र जैसी शर्तों को भी पूरा करना होगा। जनवरी तक यानी बरोजगारी भत्ते की घोषणा से पहले तक के आंकड़ों के मुताबिक प्रदेश के विभिन्न कार्यालयों में करीब 824478 बेरोजगार पंजीकृत हैं। इनमें से करीब छह लाख ऐसे हैं, जो दसवीं या उससे अधिक पढ़े हैं। छह लाख के इस आंकड़े में करीब डेढ़ लाख वह युवा शामिल हैं, जो बारहवीं की न्यूनतम योग्यता को पूरा करते हैं। वहीं दिव्यांगों के लिए भी सरकार की ओर से 1500 रुपए मासिक बेरोजगारी भत्ता देने की घोषणा इस बार के बजट भाषण में की गई है। प्रदेश में बेरोजगार दिव्यांगों के पंजीकरण के लिए 1976 विशेष कार्यालय की स्थापना की गई थी। आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2016-2017 के दौरान दिसंबर तक कुल पंजीकृत दिव्यांगों की संख्या 17173 है, इनमें से 30 दिव्यांगों की नियुक्ति हो चुकी है।

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