बल्ह में 45 करोड़ की फसल तबाह

ओलावृष्टि ने तोड़ी घाटी के सैकड़ों किसानों की कमर, 75 फीसदी टमाटर गर्क

नेरचौक— मिनी पंजाब कहलाए जाने वाली बल्ह घाटी में भारी तूफान व ओलावृष्टि ने नकदी फसलों पर कहर बरपाते हुए सैकड़ों किसानों की कमर तोड़ दी है। सैकड़ों किसानों को करीब 45 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। इसमें सबसे अधिक टमाटर की फसल को 37 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। जबकि अन्य फसलों में किसानों को आठ करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। हालांकि विभाग की नुकसान बारे अलग-अलग रिपोर्ट है, लेकिन इसमें ओलावृष्टि के चलते लोअर बल्ह के चंडयाल, गागल, राजगढ़, कुम्मी, डडौर, भंगरोटू, ढाबण सहित अन्य गांवों में फसलें खेतों में पड़ी हैं। कृषि विभाग के मुताबिक बल्ह घाटी में इस बार किसानों ने करीब चार हेक्टेयर भूमि पर टमाटर की फसल लगाई थी। शुरुआती दौर में टमाटर की फसल को 37 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। किसानों का कहना है कि अगर खेतों में गिरे टमाटर की फसल को नहीं उठाया गया, तो बची हुई फसल भी खराब हो जाएगी। इससे खेतों में सडं़ाध ही सड़ाांध फैल सकती है। क्षेत्र के किसानों ने  खेतीबाड़ी के लिए खेत ठेके पर लिए हैं, लेकिन अब आंखों के सामने तबाह हुई फसल को लेकर वे काफी चितिंत हैं। वहीं, कृषि विभाग के अधिकारी एडीओ रमेश सैणी व एसएमएस बल्ह क्षेत्र नेत्र सिंह नायक द्वारा तैयार की गई प्रारंभिक रिपोर्ट के मुताबिक प्राकृतिक आपदा से करीब 600 हेक्टेयर भूमि पर 45 करोड़ का नुकसान विभिन्न फसलों को हुआ है। संजीव धीमान उपमंडलाधिकारी बल्ह ने बताया कि राजस्व विभाग के कर्मचारी रिपोर्ट बनाने  में जुटे हुए हैं। प्रभावित क्षेत्रों का वह स्वयं भी दौरा कर जायजा ले रहे हैं। शीघ्र  रिपोर्ट तैयार कर सरकार को भेज दी जाएगी, ताकि  राहत व मुआवजा समय पर मिल सके।

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