बिजली कर्मियों का दर्द समझे सरकार

चंबा  —  एचपीएसईबीएल इंप्लाइज यूनियन किलाड़ ने सरकार की ओर से लंबे समय से चली आ रही उनकी मांगों पर किसी तरह का ठोस निर्णय न लेने पर रोष प्रकट किया है। संघ का कहना है कि छह माह तक पूरे प्रदेश से कट रहने वाले जनजातीय क्षेत्र पांगी में विकट परिस्थितियों के बावजूद  बोर्ड कर्मियों ने अपनी जान जोखिम में डाल कर लोगों के घरों तक बिजली पहुंचाई है। उपरोक्त बात यूनियन के अध्यक्ष नरेश महिनिया ने रविवार को बिजली बोर्ड कर्मचारी यूनियन किलाड़ की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही है। बैठक में यनियन संबंधी विभिन्न विषयों पर चर्चा की साथ ही सरकार बोर्ड प्रबंधन व सरकार से उनकी मांगों को जल्द पूरा करने की गुहार लगई है। इसके अलावा उन्होंने विभिन्न कार्यालयों में कार्यरत तकनीकी कर्मचारियों को फील्ड (अनुभागांे) में भेजने की बात कही है ताकि फील्ड में तैनाथ कर्मियों को ज्यादा बोझ न झेलना पड़े।  विद्यु़त विभाग के प्रांगण में बने अवासीय व कार्यालय भवनों की हालात काफी दयनीय हो गई है। इसमें रहने वाले कर्मचारियों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। यूनियन के सभी सदस्यों ने उपरोक्त भवनों की मुरम्मत के लिए धन्न राशि मौहेया करवाने की मांग उठाई।

ये हैं कर्मचारियों की मुख्य मांगें

*  सभी कर्मचारियों को स्नो किट उपलब्ध करवाई जाए

* लाइनों के रखरखाव के लिए बाहन उपलब्ध करवाए जाएं

*  सभी अनुभागों को दो-दो सीढि़यां, बांक, रूल्हा, रस्सा, सेफ्टी ग्लब्ज, प्रत्येक साइज की फ्यूज तार के साथ तक नीकी कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए सभी तरह की आवश्यक सामर्ग्री जल्द उपलब्ध करवाई जाए

* कर्मचारियों को सभी प्रकार की सुविधाएं दी जाएं

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