यमुनानगर में समझाई वैदिक योग साधना

यमुनानगर – आर्य समाज मॉडल टाउन, यमुनानगर ने चार दिवसीय वैदिक योग साधना शिविर का आयोजन चार से सात मई तक अपने प्रांगण में किया। श्रद्धेय ब्रह्मनिष्ठ योगी केवलानंद जी ने शिविर के सात सत्रों में विस्तारपूर्वक बताया कि योग क्या है। योग का सरल या अर्थ है आत्मा का परमात्मा से मिलन यह मिलन केवल और केवल हृदय-आकाश में ही हो सकता है, जहां आत्मा के भीतर ही परमात्मा विराजमान है। यह मिलन तभी हो सकता है यदि हमारे मन में तीव्र भूख हो, एक तड़प हो अपने प्रियतम से मिलने की। इस शिविर में आसन, प्राणायाम और साधना का क्रियात्मक अभ्यास कराया गया। प्रोग्राम की व्यापक प्रशंसा की गई। समापन समारोह में देस-यज्ञ (अग्नि-होत्र) के मुख्य यजमान संत ज्ञानेश्वर क्वात्रा,  ओपी मनचंदा, रमेश बुद्धिराजा व राजीव दीवान व उनकी धर्मपत्नी उर्मिला दीवान थीं। शिविर के समापन समारोह में ब्रह्मनिष्ठ स्वामी जी का धन्यवाद करते हुए रमेश पहुजा प्रधान ने बताया कि कैसे इतने कम समय में स्वामी जी ने योग दर्शन के सूत्रों के द्वारा चित की पांच दशाओं, पांच वृत्तियों आदि का वर्णन किया।

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