विभागाध्यक्ष, बागबानी डा. वाईएस परमार विश्वविद्यालय, नौणी
बागबानी में करियर से संबंधित विस्तृत जानकारी प्राप्त करने के लिए हमने जेएन शर्मा से बातचीत की। प्रस्तुत हैं बातचीत के प्रमुख अंश…
बागबानी में युवाओं के लिए करियर का क्या स्कोप है?
इस आधुनिक युग में बागबानी को लेकर अपार सभावनाएं हैं। आज के युग में लोग अपने खान-पान को लेकर काफी अतिरिक्त रूप से सजग हैं। इस सब के चलते बागबानी का महत्त्व और भी बढ़ जाता है। वहीं इस के अलावा निजी क्षेत्र मे भी हार्टिकल्चर से संबंधित नौकरियों की भरमार है ।
बागबानी में करियर के लिए शैक्षणिक योग्यता क्या हो यानी किन विषयों में पढ़ाई करना उचित है।
इस क्षेत्र में आने के लिए छात्रों को मेडिकल और नॉन मेडिकल स्ट्रीम से 50 प्रतिशत अंक लेना जरुरी है। प्रत्येक वर्ष लिखित परिक्षा होती है। उसके बाद करियर के इस क्षेत्र में आगे बढ़ा जा सकता है।
क्या कोई विशेषज्ञ कोर्स इस क्षेत्र में किए जा सकते हैं?
जी हां-बागबानी के क्षेत्र में बीएससी हार्टिकल्चर में फ्रूट साइंस, पुष्प उत्पादन व वेजिटेबल साइंस, सीड साइंस टेक्नोलॉजी, प्लांट पैथोलॉजी, एंटेमालॉजी तथा लैंड स्केपिंग सहित कई प्रकार के विशेषज्ञ कोर्स करवाए जाते हैं।
रोजगार के अवसर किन क्षेत्रों में उपलब्ध होते हैं?
उद्यान विभाग, कृषि विभाग, केंद्र सरकार के अधीन आने वाले कृषि व उद्यान से सबंधित संस्थान, अनुसंधान संस्थानों में नौकरी मिलने का बेहतरीन अवसर है। इस फील्ड में युवाओं के लिए अवसरों की कमी नहीं है।
इस फील्ड में आय के बारे में जानकारी दें।
इस क्षेत्र में बीएससी व एमएससी की डिग्री करने वाले 15 हजार से एक लाख रुपए तक आय अर्जित कर सकते हैं।
हिमाचल में बागबानी से संबंधित पाठ्यक्रम कहां चलता है?
डा. वाईएस परमार विवि नौणी व नैरी वानिकी महाविद्यालय में बागबानी से संबंधित पाठ्यक्रम पढ़ाए जाते हैं।
इस कैरियर में युवाओं के लिए चुनौतियां क्या हैं? इन चुनौतियों से निपटने बारे युवा क्या करें जानकारी दें।
इस क्षेत्र में केवल वहीं व्यक्ति कामयाब हो सकता है, जिसे इस क्षेत्र में रुचि हो। प्रतियोगिता के इस युग में चुनौतियां बहुत हैं, लेकिन कड़ी मेहनत से ही चुनौतियों से निपटा जा सकता है।
जो युवा इस फील्ड में पदार्पण करना चाहते हैं। उनके लिए कोई प्रेरणा संदेश दें।
इस फील्ड में आने वाले छात्रों को अपनी योग्यता पर विश्वास होना चाहिए। शिक्षा पूरी करने के बाद युवा आत्मनिर्भर हो सकते हैं। इसलिए रोजगार व स्वरोगार की इस क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं। कड़ी मेहनत व दृढ़ संकल्प का होना जरूरी है।
– मोहिनी सूद, नौणी