शिक्षण संस्थानों में कूड़ा जलाने पर बैन

शिक्षा विभाग ने स्कूलों-कालेजों के प्रिंसीपलों को जारी किए निर्देश

शिमला  —  शिक्षण संस्थानों में कूड़ा जलाने पर अब पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया है। शिक्षा विभाग की ओर से सभी स्कूलों और अन्य शिक्षण संस्थानों को इस बारे में निर्देश जारी कर दिए गए हैं। शिक्षा विभाग की ओर जारी निर्देशों में कहा गया है कि स्कूलों और कालेजों में किसी भी तरह का कूड़ा न जलाया जाए और साथ ही प्लास्टिक को न तो खुले में फेंका जाए और न ही जलाया जाए। सूत्रों का कहना है कि विभाग को कई जगहों से इस तरह की शिकायतें आ रही थीं कि स्कूलों के कूड़े को जलाकर ठिकाने लगाया जा रहा है, जिसके कारण आसपास के वातावरण को नुकसान हो रहा है। इन शिकायतों के बाद शिक्षा विभाग ने इस मामले में कड़े निर्देश जारी किए हैं। इस बारे में एनएसएस, एनसीसी और ईको क्लब के सदस्यों को छात्रों व अन्य लोगों को जागरूक करने को कहा गया है। कूड़े को खुले में जलाने के बारे में जागरूकता को कैडेट्स एक्टिविटी में शामिल करने को कहा गया है। हाल ही में एनजीटी की ओर से भी इस मामले में कड़े निर्देश जारी किए गए थे कि खुले में कूड़ा न जलाया जाए, क्योंकि इससे पर्यावरण प्रदूषण होता है। इसे देखते हुए उच्च शिक्षा निदेशालय की ओर से सभी स्कूलों और कालेजों के प्रिंसीपल को इस बारे में उचित कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं एनजीटी की ओर से शिमला में कूड़ा जलाने को लेकर पूर्ण प्रतिबंध है। बावजूद इसके इन आदेशों की धज्जियां कई स्थानों पर उड़ रही हैं। सड़कों के साथ सफाई करते हुए कूड़ा-कर्कट में आग लगा दी जाती है।

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