सर्जिकल स्ट्राइक

मात्र 22-24 सेकंड, यानी आधे मिनट से भी कम वक्त…निशाने पर ताबड़तोड़ 10 हमले…धमाके और धुएं तथा धूल का उठता एक घना गुबार…! कितनी चौकियां ध्वस्त हुईं और कितने बंकर नेस्तनाबूद कर दिए गए, यह गणना जारी रहेगी, लेकिन भारतीय सेना ने एक बार फिर साबित कर दिया कि जवानों की शहादतें वाकई व्यर्थ नहीं जाया करतीं। पलटवार किए जाते रहेंगे और ना’ पाक’ फौजियों की अमानवीय बर्बरताओं का जवाब दिया जाता रहेगा। आज शहीदों की ‘आत्माएं’ भी अट्टहास कर रही होंगी कि 2 के बदले 20-25 सिर कुचले गए हैं। शहीदों के परिजन भी खुश हैं, लेकिन एक और अरमान शेष है कि पाकिस्तानी फौजियों के सिर भी काट कर लाए जाएं। पाकिस्तान कायरों और शिखंडियों की तरह घुसपैठ कराता है, हमले अंजाम देता है, बार-बार संघर्ष-विराम का उल्लंघन करता है, मई महीने में ही आधा दर्जन बार ऐसे उल्लंघन किए गए हैं, लेकिन भारत एक ही बार में निर्णायक कार्रवाई करता है। इसे ‘सर्जिकल स्ट्राइक-2’ माना जा रहा है। इससे पहले भारतीय सैनिकों ने 29 सितंबर, 2016 की अर्द्धरात्रि में पीओके में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया था, लेकिन इस बार का आपरेशन दिनदहाड़े ही किया गया है। भारतीय सेना ने पहला हमला 9 मई को किया था। याद रखें कि 1 मई को हमारे दो जवानों की शहादत सामने आई थी। उन शहीदों के ‘सिर कलम’ कर दिए गए थे। नतीजतन 9 मई का नौशेरा सेक्टर में हमला समझ में आता है। पाकिस्तान इस इलाके में लगातार संघर्ष-विराम का उल्लंघन करता रहा है। सरहदी गांवों को निशाना बनाया जा रहा था, लिहाजा 26 गांव खाली कराने पड़े थे। भारतीय सेना ने न केवल नौशेरा में हमला किया, बल्कि उसका वीडियो भी जारी किया। करीब 70 साल की आजादी के दौरान ऐसा पहली बार किया गया है। ऐसे हमलों के वीडियो अमरीका और इजरायल तो जारी करते रहे हैं, लेकिन भारत ने ऐसा पहले कभी नहीं किया था। बहरहाल दूसरा हमला 20-21 मई को नौगाम में किया गया, जब रक्षा मंत्री अरुण जेटली कश्मीर में ही थे। साफ  है कि सर्जिकल स्ट्राइक-2 व्यापक विमर्श और रणनीति का ही नतीजा है। फर्क इतना ही है कि पहले सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत हमारे राजनीतिक दलों और विपक्षी नेताओं ने ही मांगे थे, लिहाजा इस बार मोदी सरकार ने वह भी बंदोबस्त करा दिया। साफ है कि सेना के जो हाथ पहले बंधे हुए होते थे, मोदी सरकार ने उन हाथों को बिलकुल खोल दिया है। भारतीय सेना ने बेहद संहारक हथियारों का इस्तेमाल किया और निशाने पर अचूक मिसाइलों से लगातार ऐसे हमले किए कि पाकिस्तान सांस तक नहीं ले सका। इस हमलावर कार्रवाई में रॉकेट लांचर, एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल, ऑटोमेटिक ग्रेनेड लांचर आदि का इस्तेमाल किया गया। एक के बाद एक हमलों ने उन चौकियों और बंकरों को ‘मिट्टी’ बना दिया, जहां से पाकिस्तान की फौज आतंकियों को कवर फायर देती रही है। नतीजतन आतंकी कश्मीर घाटी में घुसपैठ कर लगातार हमले करते रहे हैं। आज उस इलाके का खौफनाक और संहारक सच सामने है। पाकिस्तान भीतर ही भीतर कांप रहा होगा, थर्रा उठा होगा, फौज स्तब्ध होकर अवाक होगी और पाकिस्तान अवाम अपनी ही हुकूमत को थू-थू कर रही होगी! बेशक पाकिस्तान सर्जिकल स्ट्राइक-2 से इनकार करता रहे, यह उसकी फितरत है, लेकिन भारत सरकार को उपग्रहों के चित्र प्रस्तुत करके भी पाकिस्तान के झूठ को नंगा करना चाहिए। पहली सर्जिकल स्ट्राइक भी पाकिस्तान में घुसकर की गई थी और इस बार भी नियंत्रण रेखा पार हमले किए गए हैं। पाकिस्तान सबक लेना चाहे, तो ठीक है, अलबत्ता ये हमले तो भारत की नई रणनीति की शुरुआत भर हैं। मेजर जनरल अशोक नरुला ने साफ कर दिया है कि यह भारतीय सेना की ‘आतंकवाद रोधी रणनीति’ का ही एक हिस्सा है। यदि पाकिस्तान ने भविष्य में घुसपैठ की कोशिश की या आतंकी हमले की साजिश रची, तो भारत इसी तरह नेस्तनाबूद करता रहेगा,क्योंकि मोदी सरकार ने सेना को इस मोर्चे पर खुली छूट दे दी है। बहरहाल सेना के पुराने जनरलों और विशेषज्ञों का दावा है कि जितने इलाके में हमले किए गए हैं, उनसे कमोबेश 10 बंकर धूल धूसरित हुए हैं और उनमें 20-30 फौजी मारे गए होंगे! हालांकि मेजर जनरल नरुला ने एक बयान में साफ किया है कि भारतीय सेना कश्मीर में अमन-चैन चाहती है। उसी के मद्देनजर यह आपरेशन किया गया है। अब पाकिस्तान सचेत हो जाए कि उधर से गोली चलेगी, तो इधर से गोला फेंका जाएगा। सेना अब प्रो-एक्टिव है, रिएक्टिव नहीं होगी। घुसपैठ से पहले ही हमला कर पाकिस्तान के मंसूबों को भी ध्वस्त किया जाएगा। बहरहाल भारतीय सेना के अभी तक के धैर्य को सलाम और उसके अतुलनीय पराक्रम को भी बार-बार असंख्य सलाम! ये हैं देश के सच्चे प्रहरी और सुरक्षा-सेवक…हमें आप सभी महान भारतीयों पर गर्व है…!!

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