सोशल मीडिया और दुराव

रूप सिंह नेगी, सोलन

खबरों की मानें तो सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री ने देश के इंटरनेट उपभोक्ताओं से आग्रह किया है कि वे सोशल मीडिया पर दुश्मनों की तरफ से फैलाई जा रही दुर्भावनापूर्ण सामग्री का प्रचार-प्रसार न करें। मंत्री की यह सलाह अहम और सराहनीय है, लेकिन मौजूदा हालात को ध्यान में रखते हुए सरकार को फेसबुक व व्हाट्स ऐप पर डाली जा रही सामग्री पर पैनी नजर रखने की जरूरत है। ऐसा देखा जाता है कि सोशल मीडिया पर कुछ आतंकी संगठनों के द्वारा नकारात्मक और घृणास्पद सामग्री डाली जा रही है। यह संदिग्ध सामग्री युवाओं को गलत रास्ते पर ले जाने के लिए डाली जा रही है, जो कि राष्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज से बेहद चिंता का विषय माना जाएगा। दुर्भाग्य की बात है कि ऐसी फर्जी टिप्पणियों को लोग बिना सच्चाई जाने लाइक व शेयर करते हैं। कई बार तो कुछ टिप्पणियों पर अभद्र भाषा का खुल कर इस्तेमाल होता है, जो कि पांथिक उन्माद फैलने का कारण बनता है। कुछ लोग राजनीतिक दलों के एजेंडे पर चलकर भी कटुता फैलाने वाली टिप्पणियां सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हैं। फलस्वरूप कई बार बिना बात के विवाद पैदा हो जाता है। ऐसी टिप्पणियों से देश का माहौल खराब हो जाता है। सरकार को चाहिए कि इस तरह से माहौल को दूषित करने वालों पर नकेल कसे।

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