हिमाचल का सबसे बड़ा सौर ऊर्जा प्लांट तैयार

एसजेवीएन ने संयंत्र स्थापित कर हासिल की बड़ी उपलब्धि

रामपुर बुशहर —  एसजेवीएन ने हिमाचल प्रदेश का सबसे बड़ा सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित कर बड़ी उपलिब्ध हासिल की है। इतना ही नहीं, इस प्लांट में बिजली उत्पादन भी शुरू हो गया है। एसजेवीएन सौर ऊर्जा से तैयार की गई बिजली को अपने कार्यालय कार्यों के लिए उपयोग करेगी, जिस कारण परियोजना प्रबंधन को हर वर्ष करीब 32 लाख रुपए की बचत होगी। एसजेवीएन ने इस बात की जानकारी दी कि नाथपा-झाकड़ी परियोजना ने अपने सर्ज शाफ्ट में 230 किलोवाट का सौर ऊर्जा प्लांट स्थापित किया है। इस प्लांट से हर वर्ष करीब चार लाख यूनिट बिजली उत्पादन होगा। इसे परियोजना प्रबंधन सीधे तौर से अपने निजी कार्यों के लिए उपयोग में लाएगा। परियोजना प्रबंधन ने कहा कि इस प्लांट की केपेसिटी को आने वाले दिनों में और बढ़ाया जाएगा, यानी दो-तीन माह के भीतर इस प्लांट से 300 किलोवाट से अधिक बिजली उत्पादन हो पाएगा। गौरतलब है कि इस सौर ऊर्जा प्लांट ने हिमाचल के सबसे बड़े सौर ऊर्जा प्लांट में अपना नाम दर्ज कर दिया है। यह प्लांट 3500 वर्ग मीटर में स्थापित किया गया है। दो करोड़ की लागत से बना यह प्लांट पूरी तरह से ऑटोमेटिक है। वहीं 1500 मेगावाट नाथपा-झाकड़ी के परियोजना प्रमुख संजीव सूद,ने बताया कि एसजेवीएन ने हिमाचल में सौर ऊर्जा उत्पादन में कदम रखा है। पहले चरण में 230 किलोवाट बिजली उत्पादित हो रही है। इसे आने वाले दिनों में और बढ़ाया जाएगा।

चार महीने में ऊर्जा प्लांट तैयार

एसजेवीएन की नाथपा-झाकड़ी प्रबंधन ने इस सौर ऊर्जा प्लांट को चार माह में बनकर तैयार किया है। इसके लिए परियोजना प्रमुख संजीव सूद के प्रयास सराहनीय रहे हैं। उन्होंने खुद इस प्लांट को जल्द से जल्द स्थापित करने में गंभीरता से कार्य किया है।  जीएम संजीव सूद ने इसका श्रेय परियोजना कर्मचारियों और अधिकारियों को दिया है।

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