18 साल तक के डायबिटीज मरीजों को फ्री इंसुलिन

शिमला  —  प्रदेश में डायबिटीज टाइप वन के मरीजों के लिए राहत भरी खबर है। प्रदेश के अस्पतालों में अब डायबिटीज के टाइप वन के 18 साल आयु वर्ग तक के मरीजों को निःशुल्क इंसुलिन की सुविधा मिलेगी। सरकार ने इसकी अधिसूचना जारी कर दी है।  चिकित्सकों के मुताबिक मधुमेह बीमारी से बचने के लिए वॉक यानी चलना बेहद जरूरी है। इस संबंध में आईजीएमसी के प्रोफेसर जितेंद्र कुमार मोक्टा ने कहा कि हिमाचल प्रदेश की अगर बात की जाए तो अस्पताल में सबसे ज्यादा मधुमेह बीमारी के मामले जिला शिमला के आ रहे हैं, सबसे कम सिरमौर में हैं। अस्पताल में 100 मरीजों के पीछे आठ  मामले मधुमेह बीमारी के आते हैं। मधुमेह दो तरह का होता है, टाइप वन एवं टाइप टू। टाइप वन छोटे बच्चों को होता है। यह बच्चों में मोटापे के कारण होता है। उनमें 10 से 15 प्रतिशत डायबिटीज होती है। दूसरा टाइप टू बड़े लोगों को होता है। इनको हल्की सी बीमारी होने पर अस्पताल में दिखाना जरूरी है। इसके मुख्य  लक्षण, जब आदमी को पेशाब आना कम हो या वजन कम, शरीर में फोड़े हो तो नजदीकी अस्पताल में दिखाना जरूरी है। यह बीमारी दिल के दौरे का सबसे बड़ा कारण है।

विवाह प्रस्ताव की तलाश कर रहे हैं? निःशुल्क रजिस्टर करें !