अब 104 पर लें दवाइयों की डिटेल

अस्पतालों में जानकारी के अभाव में मरीज नहीं ले रहे निःशुल्क दवाएं, 56 किस्म की मेडिसिन का प्रावधान

शिमला  —  प्रदेश में मरीजों को 56 किस्म की दवाएं निःशुल्क देने की व्यवस्था है। इसके अलावा 10 कंज्यूमेबल आइटम भी अस्पताल में दाखिल मरीज को फ्री दी जाती है, लेकिन अधिकतर मरीजों को इस बारे में जानकारी ही नहीं है। इसके कारण स्टॉक  में पूरी दवाइयां उपलब्ध होने के कारण मरीजों को नहीं मिल पातीं। इस बात का खुलासा एनएचएम के मिशन डायरेक्टर पंकज राय की ओर से किए गए औचक निरीक्षण के दौरान हुआ है। पंकज राय के मुताबिक विभाग के स्टॉक में दवाओं की कोई कमी नहीं है, लेकिन मरीज जानकारी के अभाव में ये दवाइयां लेते ही नहीं हैं। मरीजों को सभी निःशुल्क दवाइयों का लाभ मिल सके, इसके लिए एनएचएम ने अब टोल फ्री नंबर 104 पर इन दवाइयों की जानकारी देने और स्वास्थ्य संबंधी सेवाओं की शिकायतें सुनने का निर्णय लिया है। 104 पर कोई भी व्यक्ति अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाओं से संबंधित अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं। यह शिकायत सुबह नौ से शाम चार बजे तक की जा सकेगी। मिशन निदेशक पंकज राय का दावा है कि 104 पर आने वाली शिकायतों का निपटारा किया जाएगा और मरीजों की समस्याओं को दूर किया जाएगा। शिकायतों के अलावा स्वास्थ्य योजनाओं से संबंधित जानकारी भी प्राप्त की जा सकती है। अगर कोई मरीज यह जानना चाहे कि अस्पताल में उसे कौन सी दवा निःशुल्क मिलनी चाहिए, तो इसके बारे में भी 104 पर कॉल कर वह जानकारी प्राप्त कर सकता है। वहीं निर्देश जारी किए गए हैं कि सभी चिकित्सा संस्थानों को अस्पतालों में 66 निःशुल्क मिलने वाली दवाइयों की सूची ऐसी जगह पर लगानी होगी, जहां पर मरीज व तीमारदार आसानी से देख सकें। हालांकि अस्पतालों में सूची पहले भी लगाई गई है, लेकिन ये सूचियां या तो ऐसी जगहों पर हैं, जहां मरीजों ध्यान नहीं जाता। इसके साथ ही जेनेरिक दवाइयां लिखने की हिदायत भी चिकित्सकों को दी गई है।

ओपीडी के बाहर लगाएं दवा सूची

ओपीडी के बाहर साफ अक्षरों में फ्री दवाइयों की सूची लगाने के निर्देश मिशन डायरेक्टर की ओर से जारी किए गए हैं। इसके साथ ही जैनेरिक दवाइयां लिखने की हिदायत भी चिकित्सकों को दी गई है।

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