घर-घर जांचे जाएंगे टीबी के मरीज 17 से 31 जुलाई तक अभियान

मंडी— हिमाचल में घर-घर जाकर टीबी के मरीजों की पहचान की जाएगी। इस अभियान के तहत करीब दो से तीन लाख लोगों का चैकअप होगा। हमीरपुर, ऊना, कांगड़ा और  बिलासपुर को छोड़ आठ जिलों में अभियान चलेगा। अभियान 17 से 31 जुलाई तक चलाया जाएगा, जिसमें मंडी, शिमला, सिरमौर, कुल्लू, लाहुल-स्पीति, सोलन, किन्नौर व चंबा जिला शामिल हैं। इसके तहत सभी लोगों की जांच फ्री में होगी। अभियान का पहला चरण जनवरी में पूरा हो चुका है। अब दूसरे चरण में 17 जुलाई से फिर से अभियान शुरू होगा। इस संबंध में मंगलवार को शिमला में एक बैठक का आयोजन किया गया। टीबी मरीजों की पहचान के लिए पहला चरण 16 से 31 जनवरी तक चलाया गया था। सर्वे में जहां टीबी मरीजों का पता किया जा रहा था, उन्में से कुछ मामले ऐसे भी सामने आए, जिनमें सीधा लास्ट स्टेज के टीबी की पहचान हुई। ऐसे में टीबी के खात्मे के लिए स्वास्थ्य विभाग ने एक बार फिर कमर कस ली है। इसमें नॉर्थ जोन टास्क फोर्स के चेयरमैन डा. अशोक भारद्वाज ने फील्ड में सर्वे के दौरान होने वाली दिक्कतों को सुलझाने के महत्त्वपूर्ण सुझाव दिए, जबकि वर्ल्ड हैल्थ कंसल्टेंट (टीबी) डा. रविंद्र ने सर्वे के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों के बार में चिकित्स्कों व डाटा आपरेटर को जानकारी दी। इस मौके पर स्टेट टीबी आईईसी आफिसर एलआर शर्मा, आठ जिला के 25 डाक्टरों सहित डाटा आपरेटर्ज भी मौजूद रहे। डीपीओ कम मेडिकल आफिसर डीटीसी मंडी डा. अक्षय मिन्हास ने बताया कि प्रदेश भर के आठ जिलों में उन जगहों को शामिल किया गया है, जहां लोगों को टीबी होने की ज्यादा संभावनाएं रहती हैं। ऐसे में हर जिला में हाई रिस्क एरिया को कवर किया जाएगा और लोगों की जांच कर देखा जाएगा कि उन्हें टीबी के लक्षण तो नहीं।

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