जीएसटी पर क्यों नहीं ली हमारी राय

हिमाचली कारोबार में आजकल एक ही नाम की चर्चा है – जीएसटी। जीएसटी का सीधा सा मतलब है एक ही कर। इसके बारे में ज्यादा न तो कारोबारियों को पता है और न अधिकारी बताते हैं। स्थिति स्पष्ट नहीं है। व्यापारियों को जीएसटी नंबर भी नहीं मिल रहा है। कारोबार पर असर न हो, बस यही चिंता सता रही है। व्यापारियों से जीएसटी पर राय लेकर नाहन की रिपोर्ट…

सूरत पुंडीर, नाहन

जीएसटी पर लगें  ट्रेनिंग कैंप

व्यापार मंडल पांवटा के अध्यक्ष अनिंद्र सिंह नौटी का कहना है कि व्यापारियों व आम लोगों को जीएसटी से डरने की आवश्यकता नहीं है, परंतु जिस प्रकार केंद्र सरकार ने विपक्षी पार्टियों को विश्वास में लिया उसी तरह देश भर के व्यापारियों के साथ भी पहले चर्चा की जानी चाहिए थी। जीएसटी को लेकर अभी ट्रेनिंग कैंप आयोजित किए जाने चाहिए।

एक समान रियायत दें

नाहन के वरिष्ठ व्यापारी प्रकाश जैन का कहना है कि जीएसटी में अभी कुछ ऐसे प्रावधान हैं जिससे व्यापारी नाराज हैं। सरकार ने व्यापारियों को विश्वास में नहीं लिया यही कारण है कि जीएसटी में कुछ खामियां रह गई हैं। देश भर में टैक्स की केवल दो रैशो बनाई जानी चाहिए तथा छूट में भी सभी राज्यों में एक समान रियायत दी जानी चाहिए।

लोगों-व्यापारियों को होगा लाभ

नाहन शहर के विज ग्लास हाउस के व्यापारी प्रदीप विज का कहना है कि जीएसटी के दो-तीन महीने बाद अच्छे परिणाम आएंगे। आम लोगों व व्यापारियों को इसका लाभ होगा, परंतु विभाग के लोग भी अभी तकनीकी बिंदुओं को नहीं समझ पा रहे हैं। अभी तक थोक व्यापारी व परचून व्यापारियों की इनब्यायस तैयार नहीं है।

जीएसटी से कागजी कार्रवाई बढ़ेगी

नाहन शहर के प्रमुख दवाई विक्रेता राकेश गर्ग का कहना है कि जीएसटी से कागजी कार्रवाई बढ़ जाएगी। महंगाई बढ़ेगी तथा आम लोगों को इसका कोई फायदा नहीं होगा। व्यापारियों को परेशानी इस वजह से भी बढ़ गई है कि उन्हें प्रतिमाह तीन रिटर्न भरनी होंगी।

जीएसटी पर कोई जानकारी नहीं

नाहन शहर के भारत टैंट हाउस के मालिक सतीश कुमार का कहना है कि अभी उन्हें जीएसटी के बारे में कोई जानकारी नहीं है। टैंक हाउस के बारे में जीएसटी में क्या प्रावधान है इस बारे में जागरूकता अवश्य है। उनका कहना है कि इस बारे में प्रत्येक शहर में विभाग द्वारा जागरूकता शिविर आयोजित किए जाने चाहिए।

व्यापारियों को ट्रेनिंग की आवश्यकता

नाहन शहर में टी-स्टॉल चला रहे राम निवास का कहना है कि छोटे व्यापारियों को भी जीएसटी के बारे में जागरूक किया जाना चाहिए। इसके लिए फिलहाल व्यापारियों को ट्रेनिंग की आवश्यकता है। उनका कहना है कि देश भर में एक समान टैक्स लागू करने की प्रक्रिया सराहनीय है, परंतु इसमें जागरूकता आवश्यक है।

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