पावर प्रोजेक्ट के खिलाफ लामबंद

चुराह —  उपमंडल की दूरस्थ पंचायत में प्रस्तावित 17 मैगावाट के पावर प्रोजेक्ट के खिलाफ  ग्रामीणों के स्वर मुखर हो गए हैं। ग्रामीणों ने दो टूक शब्दों में कहा है कि प्रोजेक्ट में अस्सी फीसदी रोजगार स्थानीय लोगों की लिखित शर्त के बाद ही काम आरंभ करने दिया जाएगा। इसके साथ ही ग्रामीणों को विश्वास में लिए वगैर प्रोजेक्ट का काम आरंभ करने पर प्रबंधन के खिलाफ  नाराजगी जाहिर की गई। रविवार को चांजू व देहरा पंचायत के लोगों ने संयुक्त बैठक कर आगामी रणनीति पर चर्चा की। ग्रामीणों का कहना है कि चांजू- दो पावर प्रोजेक्ट का निर्माण कार्य करने वाली कंपनी आरंभिक दौर में ही लोगों के हकों को दबाने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि कंपनी प्रबंधन ने प्रभावित पंचायतों के लोगों के साथ आम सहमति बनाने के लिए बैठक करने की बजाय जबरन काम आरंभ करने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि कंपनी की दंबगगिरि कतई सहन नहीं की जाएगी। और ग्रामीण अपने हित सुरक्षित होने का लिखित आश्वासन मिलने के बाद ही काम आरंभ होने देंगे। उल्लेखनीय है कि गत दिनों कंपनी के ठेकेदार ने प्रोजेक्ट साइट पर बिना किसी पूर्व सूचना के काम आरंभ कर दिया था। ग्रामीणों को भनक लगते ही मौके पर पहुंचकर काम बंद करवाते हुए ठेकेदार को मशीनरी सहित बैरंग लौटा दिया था। जिसके बाद ही प्रभावित पंचायतों के लोग हक पाने के लिए एकजुट हो गए हैं। बैठक में चांजू पंचायत की प्रधान देवकी देवी, उपप्रधान योगराज के अलावा तनु चौफल्ला, हरीश, पवन, खेतीराम, त्रिलोक, सुरिंद्र, महिंद्र व प्रमोद सहित काफी तादाद में ग्रामीण मौजूद रहे।

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