पैरामेडिकल ट्रेनिंग सेंटर शिमला में

पैरामिलिट्री फोर्सिस के लिए गृह मंत्रालय ने दी सौगात

शिमला — शिमला में पैरामिलिट्री फोर्सिस का पैरामेडिकल ट्रेनिंग सेंटर बनेगा। केंद्र सरकार ने सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के इस बारे में भेजे गए प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। शिमला में एसएसबी चिकित्सा प्रशिक्षण केंद्र में आयोजित सेमिनार के अवसर पर यह जानकारी दी गई। इइसे हिमाचल में  पैरामिलिट्री फोर्सिस के पैरामेडिकल स्टाफ का प्रशिक्षण हिमाचल में होने लगेगा। अभी इस यहां पर केवल एसएसबी के स्टाफ को ही प्रशिक्षण दिया जाता है। चिकित्सा प्रशिक्षण केंद्र शिमला के कमांडेंट पी मित्रा ने कहा कि शिमला में  पैरामिलिट्री फोर्सिस के पैरामेडिकल स्टाफ के लिए प्रशिक्षण सेंटर बनाने को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सहमति दे दी है। उन्होंने कहा कि  यह राष्ट्रीय स्तर का ट्रेनिंग सेंटर होगा, जहां पर  विभिन्न  पैरामिलिट्री फोर्सिस के पैरा मेडिकल जवानों को ट्रेनिंग दी जाएगी।  पैरामिलिट्री  फोर्सिस में बीएसएफ,सीआरपीएफ, सीआईएसएफ, आईटीबीपी, एसएसबी शामिल हैं। इसके बनने इन सभी बलों के पैरामेडिकल स्टाफ को शिमला में ही ट्रेनिंग मिलने लगेगी। अभी तक शिमला के मेडिकल ट्रेनिंग सेंटर में सशत्र सीमा बल के पैरामेडिकल स्टाफ को ट्रैनिंग मिलती है। वहीं बाकी बलों के पैरामेडिकल स्टाफ को सिविल अस्पतालों के साथ अटैच किया जाता है।   इस सेमिनार में एसएसबी के  मेडिकल डायरेक्टर दिल्ली टीएन मिश्रा मुख्यातिथि के तौर पर उपस्थित हुए। आईजीएमसी के मनोरोग चिकित्सा विभाग के डा. दिनेश शर्मा ने तनाव और मनोरोगों के बारे में जानकारी दी। वहीं डेंटल कालेज के डा. विनय भारद्वाज ने   दंत रोगों  बचाव व इलाज की जानकारी दी। सेमिनार में डीआईजी (चिकित्सा) तेजपुर (आसाम) डा. एसके चक्रवर्ती,   एसएसबी शिमला के क्षेत्रीय संगठक एससी शर्मा, शिमला के रिपन अस्पताल की वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक रंजना राव के अलावा एसएसबी के विभिन्न फ्रंटीयर पर तैनात चिकित्सकों ने हिस्सा लिया।

विवाह प्रस्ताव की तलाश कर रहे हैं? निःशुल्क रजिस्टर करें !