बागा-बघेरी सहित जेपी ने बेचे 11 सीमेंट प्लांट

शिमला— जेपी ग्रुप ने हिमाचल में ही नहीं, देश के पांच अन्य राज्यों उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़ व झारखंड में स्थापित किए कुल 11 सीमेंट कारखानों को 16200 करोड़ में आदित्य-बिड़ला ग्रुप को बेच दिया है। हिमाचल के दो सीमेंट कारखानों बागा-बलग व बघेरी की डील गुरुवार को फाइनल हुई। यानी कानूनी तौर पर आदित्य-बिड़ला ग्रुप, जो कि अल्ट्राटेक नाम से सीमेंट तैयार करता है, के नाम जेपी के दोनों सीमेंट कारखाने हो चुके हैं। इन दो कारखानों में कार्यरत करीब 2000 कर्मी व अधिकारी भी आदित्य-बिड़ला ग्रुप के तहत काम करेंगे। जो कानूनी डील गुरुवार को हुई है, उसमें कर्मचारियों की लाइबिलिटी भी आदित्य-बिड़ला ग्रुप ने ली है। उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक जेपी की तरफ से डायरेक्टर इंचार्ज रणविजय सिंह ने अल्ट्राटेक से यह डील साइन की। इस दौरान निदेशक उद्योग भी मौजूद थे। सरकार को जेपी की तरफ से 70 करोड़ की रॉयल्टी अदा की गई है, जबकि सीमेंट यूनियनों का बकाया 30 करोड़ भी अदा कर दिया गया है। बावजूद इसके जेपी ग्रुप पर अब भी 35 हजार करोड़ का ऋण बोझ शेष बताया जाता है। इससे पहले हिमाचल में जेपी द्वारा कड़छम-वांगतू हाइडल प्रोजेक्ट को भी बेचा जा चुका है। पूरे देश में जेपी अकेली ऐसी कंपनी बताई जाती है, जिसने पिछले 25 वर्षों में तेजी से प्रसार किया। करीब सभी राज्यों में अपने कारखाने, हाइडल प्रोजेक्ट, सड़क प्रोजेक्ट, ट्रांसमिशन लाइनें व तकनीकी शिक्षण संस्थान तक स्थापित किए, मगर इनके स्थापन में जो ऋण बोझ उठाया गया, वह इतना भारी-भरकम रहा कि कंपनी को कई यूनिट्स को बेचने की नौबत तक आ गई। मंत्रिमंडल की तरफ से इस डील को पहले ही मंजूरी दी जा चुकी थी। गुरुवार को करीब 6000 बीघा माइनिंग लीज व जमीन के साथ-साथ अन्य औपचारिकताओं को भी मंजूरी मिल चुकी है।

भारत मैट्रीमोनी पर अपना सही संगी चुनें – निःशुल्क रजिस्टर करें !