समसामयिकी

प्रधानमंत्री की स्पेन यात्रा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चार देशों की सफल यात्रा करने और कई महत्त्वपूर्ण समझौते करने के बाद स्वदेश लौट आए। जर्मनी, रूस, फ्रांस और स्पेन की पांच दिन की यात्रा के दौरान मोदी ने इन देशों के साथ आतंकवाद से निपटने, व्यापार और जलवायु परिवर्तन सहित विभिन्न महत्त्वपूर्ण मुद्दों पर बातचीत की और कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए। उन्होंने इन देशों को भारत में पूंजी निवेश के लिए भी आमंत्रित किया। प्रधानमंत्री ने रूस में सेंट पीटर्सबर्ग अंतरराष्ट्रीय आर्थिक मंच के पूर्ण अधिवेशन को संबोधित किया। अपनी यात्रा के अंतिम चरण में उन्होंने फ्रांस में नवनिर्वाचित राष्ट्रपति एमानुएल मैक्रोन से मुलाकात की और जलवायु संरक्षण पर एक दूसरे को अपनी भावनाओं से सहमति जताई तथा आतंकवाद से मिलजुलकर लड़ने का संकल्प व्यक्त किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चार देशों की यात्रा के दूसरे चरण में स्पेन पहुंचे। उनकी इस यात्रा का उद्देश्य इन देशों के साथ द्विपक्षीय आर्थिक संबंधों को बढ़ावा देना और भारत को बदलने के लिए वहां से और निवेश आकर्षित करना है। पीएम मोदी ने स्पेन की राजधानी पहुंचने के बाद ट्विटर पर अंग्रेजी और स्पेनिश में लिखा, ‘स्पेन पहुंच गया, जिसके साथ ही एक बेहद महत्त्वपूर्ण दौरे की शुरुआत की, जिसका उद्देश्य स्पेन के साथ आर्थिक एवं सांस्कृतिक संबंधों को बेहतर करना है।’ 1988 के बाद से यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री का स्पेन का पहला दौरा है। पीएम मोदी ने द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए अपने स्पेनिश समकक्ष मारियानो रेजॉय के साथ चर्चा की, जिनमें उच्च प्रौद्योगिकी क्षेत्र शामिल है। यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्पेन के राजा फिलिप षष्ठम से भी मिले। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्पेन की कंपनियों को भारत के बुनियादी ढांचे, पर्यटन, ऊर्जा और रक्षा क्षेत्रों में निवेश का न्योता दिया। उन्होंने कहा कि इन क्षेत्रों में स्पेनिश कंपनियों के लिए अच्छे अवसर हैं। उन्होंने स्पेन के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री मारियानो राजोय से मोनक्लोआ पैलेस में विभिन्न मुद्दों पर बातचीत की। उसके बाद दोनों देशों के बीच सात समझौतों पर दस्तखत किए गए। राजोय से मुलाकात के दौरान मोदी ने आतंकवाद के खिलाफ  सहयोग बढ़ाने की अपील करते हुए कहा कि दोनों देश इस समय सुरक्षा संबंधी चुनौतियों से जूझ रहे हैं।

सात समझौते

1: साइबर सुरक्षा में सहयोग

2: नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में मदद

3: अंग प्रत्यारोपण में तकनीकी सहायता

4: नागरिक विमानन का विकास

5: भारतीय विदेश सेवा संस्थान और डिप्लोमैटिक एकेडमी ऑफ  स्पेन के बीच सहयोग

6: सजायाफ्ता लोगों का हस्तांतरण

7: राजनयिक पासपोर्टधारकों को वीजा छूट 5.27 अरब डॉलर का कारोबार

यूरोपीय संघ का सदस्य स्पेन भारत का सातवां बड़ा व्यापारिक साझेदार और 12वां सबसे बड़ा निवेशक है। वर्ष 2016 में दोनों देशों का कुल व्यापार 5.27 अरब डॉलर (340 अरब रुपय) का रहा था। भारत में 200 से ज्यादा स्पेनिश कंपनियां कार्यरत हैं। ये सड़क निर्माण, रेलवे, पवन ऊर्जा, रक्षा और स्मार्ट सिटी के विकास में कार्यरत हैं। भारत की 40 कंपनियां स्पेन के प्रौद्योगिकी,  फार्मास्यूटिकल्स, ऑटोमोटिव व ऊर्जा क्षेत्र में कार्यरत हैं। 25 साल बाद कोई भारतीय प्रधानमंत्री स्पेन पहुंचा है। उनसे पहले 1992 में तत्कालीन प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हाराव स्पेन यात्रा पर गए थे।

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