नगरोटा बगवां में इसी सत्र शुरू हो रहे बंदलाधार कालेज के लिए कोई स्पेशल सब्जेक्ट तैयार नहीं
तीन जुलाई से काउंसिलिंग
पहले शैक्षणिक सत्र से सिविल और इलेक्ट्रिकल विषय शुरू किए जा रहे हैं, जिसमें एडमिशन प्रक्रिया चल रही है और 29 जुलाई तक आवेदन लिए गए हैं, जबकि तीन जुलाई से काउंसिलिंग शुरू की जाएगी। बहरहाल, अब देखना होगा कि हाइड्रो इंजीनियरिंग कालेज में कितने छात्र दाखिले के लिए आते हैं।
…तो सिर्फ एमटेक ही करवाते
हाइड्रो पर आधारित सिलेबस तैयार करने के लिए देश के पहले हाइड्रो इंजीनियरिंग कालेज टिहरी गढ़वाल से बुकलेट ली गई है, जबकि कई पावर प्रोजेक्ट्स से भी चैप्टर तैयार करने को लेकर तकनीकी जानकारी जुटाई जा रही है। जल्द ही तकनीकी शिक्षा विभाग की एक टीम हाइड्रो पर आधारित सिलेबस तैयार किए जाने को लेकर स्टडी के लिए टिहरी गढ़वाल जाएगी। उसके बाद तकनीकी विश्वविद्यालय के माध्यम से सिलेबस तैयार हो पाएगा। इंजीनियरिंग से जुड़े शिक्षाविदों की मानें तो बेहतर होता कि प्रदेश में पहले से ही संचालित इंजीनियरिंग कालेजों में एमटेक हाइड्रोलॉजी सब्जेक्ट शुरू किया जाता या फिर बिलासपुर हाइड्रो कालेज में मात्र एमटेक के लिए ही पढ़ाई करवाई जाती? क्योंकि यदि हाइड्रो कालेज है, तो फिर सब्जेक्ट भी हाइड्रो पर आधारित ही होने चाहिए। ऐसे में हाइड्रो इंजीनियरिंग कालेज का क्या मतलब?
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