एक चेहरे को सामने रख लड़ा जाए चुनाव

नूरपुर —  प्रदेश में आने वाले चुनावों में पार्टी को सामूहिक नेतृत्व की बजाय एक चेहरा सामने लाना चाहिए, जिसके नेतृत्व में प्रदेश के विधानसभा के चुनाव लड़े जाएं। यह तय करना पार्टी हाइकमान का अधिकार है कि किसकी अध्यक्षता में चुनाव लड़ा जाए। ये शब्द प्रदेश युवा कांग्रेस अध्यक्ष विक्रमादित्य सिंह ने रविवार को नूरपुर में कहे। उन्होंने कहा कि इस बात को लेकर वह जल्द ही अखिल भारतीय कांग्रेस पार्टी की अध्यक्ष सोनिया गांधी, महासचिव राहुल गांधी व हिमाचल कांग्रेस के प्रभारी सुशील कुमार शिंदे से इस बारे अपने विचार रखेंगे। उन्होंने कहा कि वीरभद्र सरकार ने पिछले साढ़े साल में जनहित के अनेक कार्य किए हैं, जिससे समाज के हर वर्ग को लाभ पहुंचा। धर्मशाला को दूसरी राजधानी का दर्जा दिया। प्रदेश के युवाओं को बेरोजगारी भत्ता देने के अलावा उनके लिए कई योजनाएं चलाईं। उन्होंने कहा कि चुनावों में प्रदेश में भाजपा इस बार मुद्दाविहीन है, उसके पास विकास को लेकर कोई भी योजना नहीं है। भाजपा के पास तो यह बताने के लिए भी कुछ नहीं है कि केंद्र सरकार ने प्रदेश के लिए क्या किया।

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