गणमान्य को सम्मान

चंबा  – मिंजर में आयोजित किए गए विभिन्न कार्यक्रमों को सफल बनाने के लिए प्रबुद्ध नागरिकों की ओर से दिए गए सुझाव एवं योगदान को लेकर प्रबुद्ध नागरिकों के लिए सम्मान समारोह का आयोजन किया। उन्होंने कहा कि बिना जन सहभागिता के अंतरराष्ट्रीय स्तर समोराह का आयोजन संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि मिंजर मेला सदियों के आयोजन के बाद आज इस स्वरूप में पहुंचा है। मिंजर मेला आयोजन समिति ने हर वर्ग की पसंद का ध्यान रखा। इसके अलावा चंबा के अधिकांश कलाकारों और लोक नृत्य दलों को मिंजर मेले के दौरान अपनी प्रस्तुतियां देने का मौका दिया गया। उपायुक्त ने कहा कि वक्त की जरूरतों के अनुसार मेलों के स्वरूप में भी बदलाव आता है, बशर्ते कि वह सकारात्मक और प्रासंगिक हो।

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